यह गद्यांश स्वामी विवेकानंद के जीवन और उनके आध्यात्मिक योगदान पर आधारित है।
स्वामी विवेकानंद वेदांत के प्रसिद्ध और प्रभावशाली आध्यात्मिक गुरु थे। उनका वास्तविक नाम नरेन्द्रनाथ दत्त था। उन्होंने सन् 1893 ईस्वी में अमेरिका के शिकागो नगर में आयोजित विश्व धर्म महासभा में भारत की ओर से सनातन धर्म का प्रतिनिधित्व किया था। उन्होंने अपने भाषणों के माध्यम से भारत की आध्यात्मिकता और वेदांत दर्शन को अमेरिका और यूरोप तक पहुँचाया।
स्वामी विवेकानंद की वाकपटुता और प्रभावशाली व्यक्तित्व के कारण वे विश्वभर में प्रसिद्ध हुए। वे रामकृष्ण परमहंस के योग्य शिष्य थे और उन्होंने रामकृष्ण मिशन की स्थापना की थी। उनके जन्मदिन को भारत में ‘राष्ट्रीय युवा दिवस’ के रूप में मनाया जाता है, ताकि उनके आदर्शों और विचारों से नई पीढ़ी प्रेरणा ले सके।