निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर निबंध लिखिए : (i) आतंकवाद : कारण एवं निवारण (ii) देश-प्रेम (iii) विज्ञान : वरदान या अभिशाप (iv) विद्यार्थी-जीवन में खेल का महत्त्व
निम्नलिखित में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर संस्कृत में लिखिए : (i) आरुणिः कः आसीत् ? (ii) वीरः केन पूज्यते ? (iii) चन्द्रशेखरः स्वनाम किम् अवदत् ? (iv) मैत्री केन वर्धते ?
अपने मुहल्ले की नालियों की समुचित सफाई के लिए नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी को पत्र लिखिए ।
अपनी पाठ्य-पुस्तक में से कण्ठस्थ कोई एक श्लोक लिखिए जो इस प्रश्न-पत्र में न आया हो ।
निम्नलिखित कवियों में से किसी एक कवि का जीवन-परिचय देते हुए उनकी एक प्रमुख रचना का उल्लेख कीजिए : (i) तुलसीदास (ii) मैथिलीशरण गुप्त (iii) सुमित्रानन्दन पन्त (iv) अशोक बाजपेयी
दिए गए लेखकों में से किसी एक लेखक का जीवन-परिचय देते हुए उनकी एक प्रमुख रचना का उल्लेख कीजिए : (i) पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी (ii) जयशंकर प्रसाद (iii) आचार्य रामचंद्र शुक्ल (iv) रामधारी सिंह 'दिनकर'
'ज्योति जवाहर' खण्डकाव्य के नायक का चरित्र-चित्रण कीजिए ।
'ज्योति जवाहर' खण्डकाव्य का कथानक संक्षेप में लिखिए ।
'कर्मवीर भरत' खण्डकाव्य के आधार पर 'कैकेयी' की चारित्रिक विशेषताओं पर प्रकाश डालिए ।
'कर्मवीर भरत' खण्डकाव्य के 'राम-भरत-मिलन' सर्ग का कथानक संक्षेप में लिखिए ।
'लक्ष्मण-मेघनाद युद्ध तथा लक्ष्मण की मूर्च्छा' सर्ग की कथावस्तु लिखिए ।
'तुमुल' खण्डकाव्य के नायक 'लक्ष्मण' का चरित्र-चित्रण कीजिए ।
'कर्ण' खण्डकाव्य के आधार पर 'कुन्ती' की चारित्रिक विशेषताओं पर प्रकाश डालिए ।
'कर्ण' खण्डकाव्य की सबसे प्रभावशाली घटना का वर्णन कीजिए ।
'मुक्ति-दूत' खण्डकाव्य के आधार पर महात्मा गाँधी का चरित्र-चित्रण कीजिए ।
'मुक्ति-दूत' खण्डकाव्य के द्वितीय सर्ग का कथासार लिखिए ।
'मेवाड़ मुकुट' खण्डकाव्य के आधार पर महाराणा प्रताप का चरित्र-चित्रण कीजिए ।
'मेवाड़ मुकुट' खण्डकाव्य के 'पृथ्वीराज' सर्ग का कथानक लिखिए ।
'जय सुभाष' खण्डकाव्य के तृतीय सर्ग की कथावस्तु लिखिए ।
'जय सुभाष' खण्डकाव्य के आधार पर सुभाष चन्द्र बोस की चारित्रिक विशेषताओं पर प्रकाश डालिए ।
'अग्रपूजा' खण्डकाव्य के 'पूर्वाभास' सर्ग का कथानक लिखिए ।
'अग्रपूजा' खण्डकाव्य के आधार पर श्रीकृष्ण का चरित्र-चित्रण कीजिए ।
'मातृ-भूमि के लिए' खण्डकाव्य के 'बलिदान' सर्ग का कथानक लिखिए ।
'मातृ-भूमि के लिए' खण्डकाव्य के आधार पर 'चन्द्रशेखर आज़ाद' की चारित्रिक विशेषताओं पर प्रकाश डालिए ।
नीचे दिए गए संस्कृत श्लोक में से किसी एक का संदर्भ-सहित हिन्दी में अनुवाद कीजिए : दाक्ष्यमेकपदं धर्म्य दानमेकपदं यशः । सत्यमेकपदं स्वग्र्यं शीलमेकपदं सुखम् ।।