विद्यालय के चारों ओर वृक्ष हैं।
मोहन कुर्सी पर बैठता है।
तुम लोग राम और श्याम पढ़ते हो।
हम दोनों खाना खाते हैं।
‘रूपक’ अलंकार का उदाहरण संस्कृत में लिखिए।
निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर 10 पंक्तियों का संस्कृत में निबंध लिखिए। (A) पर्यावरण- सुरक्षा (B) श्रम एवं विजयते (C) जनसंख्या समस्या (D) यातायात- सुरक्षा
‘उपमा’ अलंकार की परिभाषा हिंदी या संस्कृत में लिखिए।
‘शिवास्ते पठान: सत्नु’ इति शुभकामनां प्रकटीकृतवान्।
कालिदास की रचना नहीं है :
कालिदास की कृतियों का संक्षिप्त परिचय देते हुए अभिज्ञानशाकुंतल के चौथे अंक का सारांश लिखिए।
निम्नलिखित की सन्दर्भ-सहित हिंदी में व्याख्या कीजिए:अतिनेत्रे: पापसंकी।
निम्नलिखित की सन्दर्भ-सहित हिंदी में व्याख्या कीजिए:गुरविं विहृतं: खमाशब्द: साह्यति।
निम्नलिखित की सन्दर्भ-सहित हिंदी में व्याख्या कीजिए:स्नेहप्रतीतिरं दर्षिणी
अधोलिखित में से किसी एक अंश की हिंदी में संदर्भ-सहित व्याख्या कीजिए। "शाममेधति मम शोक: कंठं नु वर्ते त्वया रचितपूर्वम्। उट्जदाः रविरहं नीवारबलीं विलोकयत॥"
अधोलिखित में से किसी एक अंश की हिंदी में संदर्भ-सहित व्याख्या कीजिए। "उदासिन-र्दृष्टकलां मृत्युः; परिवर्तन्तर्न मृत्युः। अप्रसूत पाण्डुघ्रणा मुञ्चन्त्यं श्रुण्णिपीव लता॥"
नदींनी कत्यं धेनु: आसीत् ?
महराज-दिलीपस्य भार्या का ?
कालिदास का संक्षिप्त जीवन परिचय देते हुए कालिदास की काव्यशैली की विवेचना कीजिए।
अधोलिखित में से किसी एक श्लोक की सन्दर्भ-सहित संस्कृत में व्याख्या कीजिए: तस्मिन क्षण े पालनीय: प्रजनामं उत्कर्षत: सिंहनिपातपुरुष। अवाडिसुखस्तोपरि पुष्पवृद्धि: पपात विधाधेरहस्तमुत्त।
अधोलिखित में से किसी एक श्लोक की सन्दर्भ-सहित संस्कृत में व्याख्या कीजिए: एकतानं जगत्: भ्रमुतं, नवं व्यय: कातनींवृषच। अल्पस्य होते: बहु हतुमिच्छं विचारयुक्तं। प्रतिमाशी में त्वम्।
अधोलिखित में से किसी एक श्लोक की हिंदी में सन्दर्भ सहित व्याख्या कीजिए: पुराणश्री: पुरस्त्वतां प्रवेश्य पौरशिन्ध्यान्मन्।भुजे भुजंस्त्रसमानारो यथ: स भूमृधीरसस्मजज
अधोलिखित में से किसी एक श्लोक की हिंदी में सन्दर्भ सहित व्याख्या कीजिए: एतावदुक्त्वा विरते मृगेन्द्रे प्रतिक्वेना गृहाणते।सिलोन्यवोऽपि क्षितिपालमुखे: प्रियया तमेवाभिमृच्छते॥
माणवंधन पात्र का चित्रण कीजिए।