उनके द्वारा मुझे सच्चाई का अहसास कराया गया । (कर्तृवाच्य में बदलिए)
वह उन आटे की गोलियों को लेकर गंगा जी की ओर चल पड़ते ।(वाच्य पहचानकर वाच्य-भेद का नाम लिखिए)
किस वाच्य में क्रिया सदैव सकर्मक होती है ?
निर्देशानुसार 'पद-परिचय' पर आधारित प्रश्न में से रेखांकित पदों का पद-परिचय दीजिए :
काशी में हजारों मालों का इतिहास है ।
भवभूति संस्कृत साहित्य के प्रधान नाटककार हैं ।}
हम लोग रोते-बिलखते भाग चले ।}
चिंतकों ने समाज में लोकतांत्रिक और वैज्ञानिक चेतना का विकास किया ।}
उन्होंने बौद्ध धर्म का प्रचार अपने पूरे जीवन भर खूब किया ।
निर्देशानुसार 'अलंकार' पर आधारित प्रश्न में से रेखांकित काव्य-पंक्तियों में अलंकार पहचानकर लिखिए:
अभिमन्यु-धन के निधन से कारण हुआ जो मूल इससे हमारे हत हृदय को, हो रहा जो शूल है।
उदाहरण द्वारा अतिशयोक्ति अलंकार स्पष्ट कीजिए।
अलंकार ?
मगर उनकी लाई चिड़ियाँ पेड़-पौधे, पानी और पहाड़ बाँचते हैं।
सोहत ओढ़े पीत पट, स्याम सलोने गात। मनहु नीले मणि सैल पर, आतप परयौ प्रभात।।
"ई काशी छोड़कर कहीं न जाएँ" बिस्मिल्ला खाँ के मन में काशी के प्रति विशेष अनुराग के क्या कारण थे ?
'संस्कृति' पाठ के आधार पर संस्कृति और असंस्कृति में अंतर बताइए।
'एक कहानी यह भी' की लेखिका के जीवन पर उनकी प्राध्यापिका शीला अग्रवाल का क्या प्रभाव पड़ा ?
"आए अज्ञात दिशा से अनंत के घन" 'उत्साह' कविता से उद्धृत इस पंक्ति में बादलों को 'अनंत के घन' क्यों कहा गया है ?
"तुम सुनकर सुख पाओगे, देखोगे – यह गागर रीती ।" कहकर कवि ने अपने जीवन के किस पहलू पर प्रकाश डाला है ?
'मैं क्यों लिखता हूँ' पाठ के आधार पर लिखिए कि कृतिकार के स्वभाव और आत्मानुशासन का लेखन में क्या महत्त्व है ?
परंपरागत भोजन को लोकप्रिय कैसे बनाया जा सकता है ? i. उपलब्ध करवाकर ii. प्रचार-प्रसार द्वारा iii. बिक्री की विशेष व्यवस्था करके iv. घर-घर मुफ्त अभियान चलाकर विकल्प:
एक ललित निबंध लिखो जो चार पन्नों से कम न हो। (संज्ञा पदबंध छाँटकर लिखिए।)
वह इतनी-सी बात भी समझ नहीं सकता है। (क्रिया पदबंध छाँटकर लिखिए।)
भाई साहब ने अपने दरजे की पढ़ाई का भयंकर चित्र खींचा था। (रेखांकित पदबंध का भेद लिखिए।)
तताँरा नीचे की तरफ खिसलने लगा। (क्रिया-विशेषण पदबंध छाँटकर लिखिए।)
पशु पर्व में हट्टे-कट्टे पशुओं का प्रदर्शन किया जाता है। (रेखांकित पदबंध का भेद लिखिए।)
सफल खिलाड़ी का कोई निशाना खाली जाता। (मिश्र वाक्य में बदलिए!)