Question:

उस काल मारे क्रोध के, तन काँपने उनका लगा। मानो हवा के वेग से, सोता हुआ सागर जगा।।" उपर्युक्त रेखांकित पंक्ति में कौन-सा अलंकार है ? 
 

Show Hint

सामान्य अलंकारों के लिए वाचक शब्दों को याद करें। उपमा के लिए, 'सा', 'सी', 'सम', 'सरिस' देखें। उत्प्रेक्षा के लिए, 'मानो', 'जानो', 'मनु', 'जनु' देखें। रूपक में, किसी भी वाचक शब्द के बिना उपमेय पर उपमान का सीधा आरोप होता है।
Updated On: Nov 10, 2025
  • उपमा अलंकार
  • रूपक अलंकार
  • उत्प्रेक्षा अलंकार
  • श्लेष अलंकार
Hide Solution
collegedunia
Verified By Collegedunia

The Correct Option is C

Solution and Explanation

चरण 1: प्रश्न को समझना:
प्रश्न में दोहे की दूसरी पंक्ति में 'अलंकार' की पहचान करने के लिए कहा गया है।
चरण 2: मुख्य अवधारणा:
उत्प्रेक्षा अलंकार: यह अलंकार तब होता है जब 'उपमेय' (जिसकी तुलना की जा रही है) को 'उपमान' (जिससे तुलना की जा रही है) होने की कल्पना या संभावना व्यक्त की जाती है। इसकी पहचान मानो, मनु, मनहुँ, जानो, जनु, जनहुँ आदि जैसे शब्दों से होती है।
चरण 3: विस्तृत व्याख्या:
पंक्ति है: "मानो हवा के वेग से, सोता हुआ सागर जगा।"
यहाँ, कांपते हुए शरीर (तन काँपने लगा - उपमेय) की तुलना जागते हुए सागर (सोता हुआ सागर जगा - उपमान) से की जा रही है।
शब्द 'मानो' स्पष्ट रूप से इंगित करता है कि यह एक कल्पना या संभावना है, न कि तथ्य का सीधा कथन।
'मानो' का यह प्रयोग उत्प्रेक्षा अलंकार का निश्चित संकेत है।
चरण 4: अंतिम उत्तर:
वाचक शब्द 'मानो' की उपस्थिति पुष्टि करती है कि यहाँ उत्प्रेक्षा अलंकार है।
Was this answer helpful?
0
0