Question:

रेडियो नाटक और रंगमंच पर खेले जाने वाले नाटक में क्या अंतर है ?

Show Hint

माध्यम के अनुसार प्रस्तुति की शैली और तकनीक का विवेचन करें।
Hide Solution
collegedunia
Verified By Collegedunia

Solution and Explanation

रेडियो नाटक और रंगमंचीय नाटक दोनों ही नाट्य विधाएँ हैं, लेकिन उनके माध्यम, प्रस्तुति और संप्रेषण शैली में स्पष्ट अंतर होता है:
रेडियो नाटक:
- यह एक श्रव्य माध्यम है, जिसमें श्रोता केवल संवाद, ध्वनि और संगीत के माध्यम से दृश्य की कल्पना करता है।
- इसमें अभिनय दृश्य रूप में नहीं दिखता, बल्कि आवाज़, संवाद और ध्वनि प्रभाव द्वारा पात्र और घटनाएँ व्यक्त होती हैं।
- पात्रों की संख्या, ध्वनियों की विविधता और भाषा की स्पष्टता अत्यंत महत्वपूर्ण होती है।
रंगमंचीय नाटक:
- यह एक दृश्य और श्रव्य दोनों माध्यम है। दर्शक पात्रों को मंच पर देखते और उनकी भाव-भंगिमाओं को समझते हैं।
- इसमें वेशभूषा, मंच सज्जा, प्रकाश प्रभाव और अभिनय प्रमुख भूमिका निभाते हैं।
इस प्रकार, रेडियो नाटक में कल्पना पर बल होता है जबकि रंगमंच में दृश्य अनुभव प्रभावी होता है।
Was this answer helpful?
0
0