'मेवाड़ मुकुट' खण्डकाव्य में 'दौलत' एक गौण पात्र है। वह महाराणा प्रताप के भाई शक्ति सिंह की पुत्री है। उसकी चारित्रिक विशेषताएँ इस प्रकार हैं:
सरल एवं प्रकृति-प्रेमी: दौलत एक वनवासी बालिका है। वह प्रकृति के बीच पली-बढ़ी है, इसलिए उसका स्वभाव अत्यंत सरल और निश्छल है। उसे वनों, पर्वतों और वहाँ के जीव-जन्तुओं से गहरा लगाव है।
पितृ-भक्त: वह अपने पिता शक्ति सिंह से बहुत प्रेम करती है। जब वह अपने पिता को पश्चाताप की अग्नि में जलते हुए देखती है, तो वह बहुत दुखी होती है और उनकी पीड़ा को दूर करना चाहती है।
चिन्तनशील: आयु में छोटी होने पर भी दौलत विचारशील है। वह अपने पिता के दुःख का कारण जानना चाहती है और देश की दुर्दशा पर चिन्ता व्यक्त करती है।
देश-प्रेमी: उसके हृदय में अपने देश मेवाड़ के प्रति अपार प्रेम है। वह महाराणा प्रताप का बहुत सम्मान करती है और मेवाड़ की स्वतंत्रता की कामना करती है।
भावुक: वह एक भावुक लड़की है। अपने पिता की व्यथा और परिवार की कलह को देखकर उसका हृदय द्रवित हो उठता है।