'मनहुँ, मानो, जनु, जानो' आदि वाचक शब्द किस अलंकार में प्रायः प्रयुक्त होते हैं?
Step 1: अलंकार परिचय.
अलंकार काव्य की शोभा बढ़ाते हैं। उत्प्रेक्षा अलंकार में किसी वस्तु को दूसरी वस्तु के समान कल्पना करके प्रस्तुत किया जाता है।
Step 2: विशेष संकेत शब्द.
'मनहुँ, मानो, जनु, जानो' आदि शब्द उत्प्रेक्षा अलंकार के सूचक हैं। इन शब्दों से यह भाव आता है कि वस्तु दूसरी वस्तु जैसी प्रतीत होती है।
Step 3: विकल्पों का विश्लेषण.
(A) उत्प्रेक्षा: सही — क्योंकि दिए गए शब्द उत्प्रेक्षा में प्रयुक्त होते हैं।
(B) रूपक: इसमें वस्तु को प्रत्यक्ष रूप में दूसरी वस्तु कहा जाता है।
(C) उपमा: इसमें 'जैसे, सरिस, समान' आदि शब्द आते हैं।
(D) यमक: इसमें एक ही शब्द का बार-बार भिन्न अर्थ में प्रयोग होता है।
Step 4: निष्कर्ष.
सही उत्तर है (A) उत्प्रेक्षा।
'चरण-कमल बंदौं हरि राइ।' उपर्युक्त पंक्ति में अलंकार है:
'करुण रस' का स्थायी भाव है:
'हास्य रस' का स्थायी भाव है:
'श्रृंगार' रस अथवा 'वात्सल्य' रस का स्थायी भाव के साथ उदाहरण अथवा परिभाषा लिखिए।
Find the unknown frequency if 24 is the median of the following frequency distribution:
\[\begin{array}{|c|c|c|c|c|c|} \hline \text{Class-interval} & 0-10 & 10-20 & 20-30 & 30-40 & 40-50 \\ \hline \text{Frequency} & 5 & 25 & 25 & \text{$p$} & 7 \\ \hline \end{array}\]
Two concentric circles are of radii $8\ \text{cm}$ and $5\ \text{cm}$. Find the length of the chord of the larger circle which touches (is tangent to) the smaller circle.