“इसे ‘सैक्स’, ‘सार्त्र’ भी नहीं बयान कर सकते” — ‘बिस्कोहर की माटी’ पाठ में यह कथन किस संदर्भ में कहा गया? इसका क्या आशय है? इस संदर्भ में अपने विचार स्पष्ट कीजिए।
‘नयन न तिरिपत भेल’ के आधार पर विद्यापति की नायिका की मनोदशा स्पष्ट कीजिए।
‘बारहमासा’ के आधार पर जायसी के काव्य-सौंदर्य पर एक टिप्पणी लिखिए।
‘वसंत आया’ कविता की मूल संवेदना स्पष्ट कीजिए।
‘‘सरोज-स्मृति’’ कविता के आधार पर लिखिए कि सरोज का विवाह करते समय निराला जी को ‘शकुंतला’ का स्मरण क्यों हो आया?
“इसे ‘सैक्स’, ‘सार्त्र’ भी नहीं बयान कर सकते” — ‘बिस्कोहर की माटी’ पाठ में यह कथन किस संदर्भ में कहा गया है? इसका क्या आशय है? इस संदर्भ में अपने विचार स्पष्ट कीजिए।
विचार करने और उन्हें व्यक्त करने की प्रक्रिया निबंध लेखन के परिचित विषयों के साथ क्यों नहीं हो पाती ?
नाटकलेख और फिल्म-पटकथा से रेडियो नाट्यलेखन किस प्रकार भिन्न है? स्पष्ट कीजिए।