मानदण्ड:
भारतीय परम्परा में 'आस्तिक/नास्तिक' का मानक वेद-प्रामाण्य है—जो वेद को प्रमाण मानता वह आस्तिक, जो नहीं मानता वह नास्तिक। तथ्य:
चार्वाक भौतिकवादी, वेद-प्रामाण्य अस्वीकार; बौद्ध व जैन भी वेद को अंतिम प्रमाण नहीं मानते। अतः ये तीनों नास्तिक वर्ग में हैं (ईश्वर-स्वीकार/अस्वीकार इससे भिन्न प्रश्न है)।
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