पत्रकारिता में लेख/आलेख और विशेष रिपोर्ट दो अलग-अलग विधाएँ हैं जिनके उद्देश्य, भाषा, दृष्टिकोण और प्रस्तुति शैली भिन्न होते हैं।
लेख या आलेख आमतौर पर विचारात्मक होते हैं जिनमें लेखक किसी समसामयिक मुद्दे, सामाजिक समस्या, नीति या सांस्कृतिक विषय पर तर्कपूर्ण दृष्टिकोण प्रस्तुत करता है।
यह शैली विश्लेषणात्मक होती है जिसमें लेखक स्वतंत्र रूप से अपने मत और सुझाव प्रस्तुत करता है।
वहीं विशेष रिपोर्ट एक समाचार-विधान होती है जो किसी विशेष घटना, स्थिति या विषय पर तथ्यों के आधार पर गहन रिपोर्टिंग करती है।
यह वस्तुनिष्ठ होती है और इसका उद्देश्य होता है पाठकों को तथ्यात्मक जानकारी देना।
उदाहरण के लिए, जलवायु परिवर्तन पर लेख भावनात्मक और विचार प्रधान हो सकता है जबकि उसी विषय पर विशेष रिपोर्ट आंकड़ों, विशेषज्ञों की राय और स्थलीय रिपोर्टिंग पर आधारित होगी।
इसलिए लेख और रिपोर्ट दोनों महत्वपूर्ण हैं लेकिन उनकी प्रस्तुति और प्रभाव में मूल अंतर होता है।