निम्नलिखित पद्यों पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
मुझे फूल मत मारो,
मैं अबला बाल विधनी, कुसंतोदयविहीन।
होकर मधु के मीठा मदन, पत्त तुम कुतर, गरल न गाओ।
मुझे विकलता, तुम्हे विकलता, हर्षो, श्रम परिहारो।
नहीं भोजिनी यह कोई, जो तुम जान भरो।
बल हो तो सिंदुर-बिंदी यह - यह हर नेज निभाओ।
स्पर्श कंदु, तुम्हे तो मेरे पति पर वारो।
लो, यह मेरी चरण-धूलि उस रीति के सिर पर धारे।
प्रस्तुत पद्यांश के पाठ और इसके लेखक का नाम लिखिए।