'त्यागपथी' खण्डकाव्य के नायक भगत सिंह हैं, जो त्याग, बलिदान और देशभक्ति के प्रतीक माने जाते हैं। वे अपने साहस, निडरता और क्रांतिकारी सोच के लिए प्रसिद्ध हैं।
अत्यंत साहसी और निडर:
भगत सिंह अंग्रेजी शासन के विरुद्ध निडरता से लड़ते हैं और अन्याय के सामने कभी झुकते नहीं।
क्रांतिकारी विचारधारा:
वे समाज में क्रांति लाने और शोषण के विरुद्ध आवाज उठाने में विश्वास रखते थे।
देश के प्रति निःस्वार्थ समर्पण:
उन्होंने व्यक्तिगत जीवन की सुख-सुविधाओं को त्यागकर देश के लिए अपने प्राण अर्पित करने का संकल्प लिया।
बलिदान की भावना:
उन्हें अपनी मृत्यु का भय नहीं था; वे अपने बलिदान को राष्ट्र की स्वतंत्रता के लिए आवश्यक मानते थे।
युवाओं के प्रेरणास्रोत:
उनका जीवन आज भी युवाओं के लिए त्याग, साहस और कर्तव्यपरायणता की प्रेरणा बना हुआ है।
भगत सिंह 'त्यागपथी' खण्डकाव्य में एक महान राष्ट्रभक्त, क्रांतिकारी और प्रेरणादायक व्यक्तित्व के रूप में चित्रित किए गए हैं।