Question:

'त्यागपथी' खण्डकाव्य के आधार पर किसी स्त्री पात्र का चरित्रांकन कीजिए।

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'त्यागपथी' की स्त्री पात्र संघर्ष, आत्मबल और त्याग का प्रतीक है, जो समाज को नई दिशा देने का कार्य करती है।
Updated On: Nov 15, 2025
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Solution and Explanation

'त्यागपथी' खण्डकाव्य में स्त्री पात्र आत्मबल, धैर्य और त्याग की प्रतिमूर्ति होती है। वह केवल नारीत्व का प्रतीक नहीं, बल्कि कर्तव्यपरायणता और समाज के लिए बलिदान देने की भावना को भी दर्शाती है।
धैर्य और सहनशीलता: वह कठिन परिस्थितियों में भी धैर्य बनाए रखती है और संघर्षों का सामना करती है।
त्याग और समर्पण: समाज और परिवार के हित में अपने व्यक्तिगत सुखों का त्याग कर देती है।
संघर्षशील प्रवृत्ति: समाज में स्त्री के अधिकारों और कर्तव्यों का बोध कराते हुए वह अपनी शक्ति का परिचय देती है।
नैतिक मूल्यों की संरक्षक: उसकी विचारधारा उच्च कोटि की होती है, जिससे समाज को नैतिकता और प्रेरणा प्राप्त होती है।
इस खण्डकाव्य की स्त्री पात्र केवल परंपरागत नारी का प्रतिनिधित्व नहीं करती, बल्कि समाज में परिवर्तन लाने का कार्य भी करती है।
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