‘त्यागपथी’ खण्डकाव्य की कथावस्तु लिखिए।
‘त्यागपथी’ खण्डकाव्य की कथावस्तु
\(\textbf{Step 1: भूमिका.}\)
‘त्यागपथी’ रामधारी सिंह ‘दिनकर’ का प्रसिद्ध खण्डकाव्य है, जिसमें सम्राट \(\textbf{हर्षवर्धन}\) के जीवन और उनके त्यागपूर्ण चरित्र का वर्णन किया गया है।
\(\textbf{Step 2: कथानक.}\)
इस खण्डकाव्य में हर्षवर्धन के राज्य संचालन, प्रजा के प्रति उनकी करुणा और मानवता, तथा उनके त्यागपूर्ण जीवन का विस्तृत चित्रण किया गया है। कवि ने यह दिखाया है कि हर्ष केवल भोग–विलास में नहीं, बल्कि \(\textbf{धर्म}\) और \(\textbf{त्याग}\) के मार्ग में विश्वास करते थे। उनका शासन प्रेम, सेवा और त्याग पर आधारित था।
\(\textbf{Step 3: निष्कर्ष.}\)
‘त्यागपथी’ की कथावस्तु हर्ष के जीवन के उस आदर्श पक्ष को उजागर करती है जहाँ \(\textbf{त्याग}\) ही उनके जीवन का पथ बन जाता है। इस काव्य के माध्यम से दिनकर ने दिखाया कि सच्चा सुख त्याग और धर्म के पालन में निहित है।
\[ \text{त्यागपथी} \;=\; \text{हर्षवर्धन का आदर्श जीवन : धर्म + त्याग + करुणा} \]
‘मुिक्तत्रय’ खण्डकाव्य के आधार पर गाँधीजी का भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में योगदान
‘मुिक्तत्रय’ खण्डकाव्य की कथावस्तु
‘सत्य की जीत’ खण्डकाव्य का कथानक और धृतराष्ट्र का चित्रण
‘सत्य की जीत’ के आधार पर धृतराष्ट्र का चित्रण
‘रिश्मरथी’ खण्डकाव्य का कथानक और कर्ण का चित्रण