‘मुिक्तत्रय’ खण्डकाव्य के आधार पर गाँधीजी का भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में योगदान
Step 1: भूिमका
‘मुिक्तत्रय’ रामधारी सिंह 'दिनकर' द्वारा रचित खण्डकाव्य है जिसमें भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के तीन महान नेताओं—महात्मा गाँधी, सुभाषचंद्र बोस, और जवाहरलाल नेहरू—के योगदान को चित्रित किया गया है।
Step 2: गाँधीजी का योगदान
गाँधीजी ने सत्याग्रह, असहयोग और अहिंसा के बल पर अंग्रेजी शासन को चुनौती दी। उन्होंने जन जागरण किया और गरीब से गरीब व्यक्ति को स्वतंत्रता संग्राम से जोड़ा। उनके नेतृत्व में आंदोलन जन आंदोलन बन गया।
Step 3: निष्कर्ष
दिनकर ने गाँधीजी को नैतिक शक्ति का प्रतीक माना है, जिन्होंने भारत की आत्मा को स्वतंत्रता की ज्योति से प्रज्वलित किया।
‘मुिक्तत्रय’ खण्डकाव्य की कथावस्तु
‘सत्य की जीत’ खण्डकाव्य का कथानक और धृतराष्ट्र का चित्रण
‘सत्य की जीत’ के आधार पर धृतराष्ट्र का चित्रण
‘रिश्मरथी’ खण्डकाव्य का कथानक और कर्ण का चित्रण
कर्ण का चित्रण (‘रिश्मरथी’ के आधार पर)