‘रिश्मरथी’ खण्डकाव्य का कथानक और कर्ण का चित्रण
Step 1: भूिमका
‘रिश्मरथी’ रामधारी सिंह ‘दिनकर’ द्वारा रचित एक प्रसिद्ध खण्डकाव्य है। इसमें महाभारत के महान नायक कर्ण को केंद्र में रखा गया है।
Step 2: कथानक
इस खण्डकाव्य में कर्ण के जन्म, पालन-पोषण, दुर्योधन से मित्रता, कर्ण की उदारता, दानवीरता और अंततः महाभारत युद्ध में उसकी वीरगति का वर्णन किया गया है। किव ने कर्ण के जीवन को संघर्ष, दानशीलता और मानवता का प्रतीक बताया है।
Step 3: निष्कर्ष
यह खण्डकाव्य केवल महाभारत का प्रसंग न होकर, कर्ण के माध्यम से समाज के उपेक्षित और प्रतिभाशाली व्यक्तियों की करुण गाथा भी है।
‘मुिक्तत्रय’ खण्डकाव्य के आधार पर गाँधीजी का भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में योगदान
‘मुिक्तत्रय’ खण्डकाव्य की कथावस्तु
‘सत्य की जीत’ खण्डकाव्य का कथानक और धृतराष्ट्र का चित्रण
‘सत्य की जीत’ के आधार पर धृतराष्ट्र का चित्रण
कर्ण का चित्रण (‘रिश्मरथी’ के आधार पर)