Question:

स्वपठित खण्डकाव्य के आधार पर किसी एक खण्ड के एक प्रश्न का उत्तर दीजिए : ( अधिकतम शब्द - सीमा : 80 शब्द)

'त्यागपथी' खण्डकाव्य के आधार पर 'राज्यश्री' का चरित्र चित्रण कीजिए।

Show Hint

राज्यश्री का चरित्र हमें त्याग, समर्पण और साहस के साथ कर्तव्यों का पालन करने की प्रेरणा देता है।
Updated On: Nov 7, 2025
Hide Solution
collegedunia
Verified By Collegedunia

Solution and Explanation


'त्यागपथी' खण्डकाव्य में राज्यश्री का चरित्र एक महान और प्रेरणादायक नायिका के रूप में उभरता है। वह अपने राज्य और प्रजा के प्रति अपनी जिम्मेदारी को प्राथमिकता देती हैं। राज्यश्री का जीवन त्याग, साहस, और कर्तव्यनिष्ठा का प्रतीक है। उनका समर्पण और समाज के प्रति सेवा की भावना उन्हें एक आदर्श बनाती है।

  • कर्तव्य और निष्ठा: राज्यश्री अपने कर्तव्यों को सर्वोच्च मानती हैं और उन्हें पूरा करने के लिए किसी भी प्रकार का बलिदान करने के लिए तैयार रहती हैं। 
  • त्याग और साहस: वह व्यक्तिगत सुखों को त्यागकर समाज और राज्य के भले के लिए संघर्ष करती हैं। उनके साहस और दृढ़ संकल्प से ही समाज में बदलाव आता है। 
  • समाज और प्रजा के प्रति समर्पण: राज्यश्री हमेशा अपनी प्रजा के कल्याण के लिए कार्य करती हैं, और अपनी व्यक्तिगत इच्छाओं और सुखों को समाज के हित में बलिदान करती हैं। 

राज्यश्री का चरित्र 'त्यागपथी' में उच्चतम मानवीय मूल्यों का आदर्श प्रस्तुत करता है। वह केवल एक शासक नहीं, बल्कि समाज की भलाई के लिए कार्यरत एक आदर्श नायिका हैं। 
 

Was this answer helpful?
0
0