'सत्य की जीत' खण्डकाव्य सत्य, संघर्ष और नैतिक मूल्यों की महत्ता को दर्शाने वाला प्रेरणादायक ग्रंथ है। इसकी प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं:
नायिका का संघर्ष: खण्डकाव्य की शुरुआत में नायिका कठिन परिस्थितियों का सामना करती है, लेकिन सत्य और न्याय की राह पर अडिग रहती है।
अत्याचार के विरुद्ध संघर्ष: नायिका अन्याय और अधर्म के विरुद्ध आवाज उठाती है, जिससे समाज में हलचल मच जाती है।
नैतिक मूल्यों की परीक्षा: कई कठिन परिस्थितियों में नायिका को अपने सिद्धांतों और विश्वास की परीक्षा देनी पड़ती है, लेकिन वह अपने आदर्शों से नहीं डिगती।
सत्य की विजय: अंततः सत्य की जीत होती है और नायिका का संघर्ष सफल होता है। यह घटना यह संदेश देती है कि सच्चाई की राह पर चलने वाला व्यक्ति अंततः विजयी होता है।
यह खण्डकाव्य केवल कथा नहीं, बल्कि जीवन के नैतिक मूल्यों और सत्य की शक्ति का प्रतीक है, जो समाज को सच्चाई और न्याय के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है।