श्रवणकुमार खण्डकाव्य की प्रमुख घटनाएँ संक्षेप में लिखिए।
'श्रवणकुमार' खण्डकाव्य में श्रवणकुमार की त्याग, बलिदान और मातृ-पितृ सेवा की कहानी को प्रमुख रूप से प्रस्तुत किया गया है। इसके प्रमुख घटनाएँ निम्नलिखित हैं:
श्रवण का जन्म और पालन-पोषण: श्रवणकुमार का जन्म एक ब्राह्मण परिवार में हुआ। उनके माता-पिता अंधे थे, और श्रवण ने उन्हें अपनी कंधों पर बैठाकर तीर्थयात्रा पर ले जाने का संकल्प लिया।
तीर्थयात्रा की शुरुआत: श्रवणकुमार अपने माता-पिता को लेकर तीर्थयात्रा पर निकला, जिससे वह अपनी जिम्मेदारी निभा रहा था और उन्हें आशीर्वाद दे रहा था।द्रव्य से शिकार पर हमला: द्रव्य राजा, जो शिकार के लिए जंगल में आया था, गलती से श्रवणकुमार को तीर मार देता है। श्रवणकुमार के मरने के बाद उसके माता-पिता दुखी होते हैं और वे राजा को शाप देते हैं।
राजा दशरथ का शोक और शाप: राजा दशरथ को अपने किए गए कर्म का परिणाम भुगतना पड़ता है, और वह अपने पाप को समझते हुए श्रवणकुमार की मौत के शोक में डूब जाते हैं।
इस खण्डकाव्य में श्रवणकुमार की मातृ-पितृ सेवा और कर्तव्य के प्रति निष्ठा को अत्यधिक महत्व दिया गया है।
'आलोक - वृत्त' खण्डकाव्य के आधार पर 'असहयोग आन्दोलन' की घटना का संक्षेप में वर्णन कीजिए।
'आलोक - वृत्त' खण्डकाव्य के आधार पर महात्मा गाँधी की चारित्रिक विशेषताओं पर प्रकाश डालिए।
'सत्य की जीत' खण्डकाव्य की नायिका का चरित्र चित्रण कीजिए।
'सत्य की जीत' खण्डकाव्य की विशेषताएँ उद्घाटित कीजिए।
'त्यागपथी' खण्डकाव्य की प्रमुख घटना का उल्लेख कीजिए।