Question:

'श्रवणकुमार' खण्डकाव्य के आधार पर 'दशरथ' का चरित्र चित्रण कीजिए।

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राजा दशरथ का चरित्र हमें यह सिखाता है कि कर्तव्यनिष्ठता और दायित्वों का पालन करते हुए भी हमें अपनी भावनाओं और परिवार के प्रति संवेदनशील रहना चाहिए।
Updated On: Nov 7, 2025
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Solution and Explanation

'श्रवणकुमार' खण्डकाव्य में राजा दशरथ का चरित्र एक आदर्श राजा और पिता के रूप में प्रस्तुत किया गया है। वह न्यायप्रिय, कर्तव्यनिष्ठ और अपनी प्रजा के प्रति दयालु थे। 

  • राजा दशरथ का कर्तव्य: राजा दशरथ अपने राज्य और प्रजा के प्रति अपने कर्तव्यों को सर्वोपरि मानते थे। उन्होंने हमेशा अपने राज्य की भलाई के लिए कार्य किया। 
  • दशरथ का पितृत्व: दशरथ एक अच्छे पिता भी थे, लेकिन उनका पितृत्व तब परीक्षा में पड़ गया जब उन्होंने अपने पुत्र श्रवण को मारने का अप्रिय कार्य किया, जिससे उनका दिल टूटा और वे मानसिक रूप से आहत हो गए। 
  • दशरथ का दुःख: श्रवण के मृत शरीर को देखकर दशरथ को गहरी पीड़ा हुई और उन्होंने अपना जीवन कठिनाइयों से भरा हुआ पाया। यह घटना दशरथ के दिल की गहरी पीड़ा को दर्शाती है, जो अंत में उनके लिए जीवन के सबसे बड़े दुखों में से एक बन गई। 

राजा दशरथ का चरित्र कर्तव्य और पिता के रूप में उनकी निष्ठा का प्रतीक है, लेकिन उनका दुःख और पापभावना यह दर्शाता है कि वह एक सच्चे और आदर्श राजा थे।

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