Question:

'श्रवणकुमार' खण्डकाव्य का कथानक संक्षेप में प्रस्तुत कीजिए।

Show Hint

कथानक से यह शिक्षा मिलती है कि माता-पिता की सेवा सर्वोत्तम धर्म है और हमें जीवन में अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए।
Updated On: Nov 7, 2025
Hide Solution
collegedunia
Verified By Collegedunia

Solution and Explanation

'श्रवणकुमार' खण्डकाव्य का कथानक एक पुत्र के लिए अपने माता-पिता की सेवा और आदर्श पितृत्व का चित्रण करता है। 

  • कथानक का आरंभ: श्रवण कुमार अपने अंधे माता-पिता को जंगल में तीर्थ यात्रा पर ले जाते हैं, ताकि वे भी तीर्थों का लाभ ले सकें। 
  • श्रेणियों का वर्णन: यात्रा के दौरान श्रवण कुमार का सामना राजा दशरथ से होता है। राजा दशरथ अपने धनुष से पानी लाने के लिए श्रवण को मार डालते हैं, बिना यह जाने कि वह किसी को मार रहे हैं। 
  • कथानक का मोड़: जब राजा दशरथ को यह अहसास होता है कि उन्होंने श्रवण कुमार को मार डाला है, तो वह अति दुःखी होते हैं और अपने जीवन के शेष भाग को इस पाप का प्रायश्चित करने में बिताते हैं।
  • कथानक का संदेश: इस काव्य का संदेश यह है कि माता-पिता की सेवा सर्वोत्तम धर्म है और हमें कभी भी किसी के प्रति अन्याय नहीं करना चाहिए।

'श्रवणकुमार' खण्डकाव्य एक आदर्श पुत्र की कथा है, जो अपने माता-पिता के प्रति अपनी निष्ठा और श्रद्धा से प्रेरित है।

Was this answer helpful?
0
0