'रश्मिरथी' खण्डकाव्य का कथानक लिखिए।
'रश्मिरथी' खण्डकाव्य का कथानक कर्ण के जीवन और उसकी वीरता की गाथा है। इस काव्य में कर्ण के संघर्षों, त्याग और उसकी महानता को प्रस्तुत किया गया है। कर्ण एक महान योद्धा था, जिसे सदैव अधर्म की ओर धकेला गया। काव्य में कर्ण की निष्कलंक निष्ठा और पांडवों से संघर्ष को प्रमुखता से दर्शाया गया है। वह अंत में अपने कर्तव्य को निभाता हुआ वीरगति को प्राप्त होता है। काव्य में कर्ण का जीवन दुख, साहस और महानता से भरा हुआ है।
'रश्मिरथी' खण्डकाव्य में कर्ण का जीवन, उसकी निष्ठा और उसके संघर्ष की महाकाव्यात्मक प्रस्तुति दी गई है।
'परिश्रम' खंडकाव्य के आधार पर 'कर्ण' का चरित्र-चित्रण कीजिए।
'परिश्रम' खंडकाव्य का कथासार अपने शब्दों में लिखिए।
'सत्य की जीत' खंडकाव्य का कथासार लिखिए।
'सत्य की जीत' खंडकाव्य के आधार पर 'दुशासन' का चरित्र-चित्रण कीजिए।
'श्रवणकुमार' खंडकाव्य के 'अयोध्या' सर्ग की कथावस्तु लिखिए।