Step 1: The effective annual rate \( r_{{eff}} \) for a given nominal rate \( r \) compounded \( n \) times per year is given by: \[ r_{{eff}} = \left(1 + \frac{r}{n}\right)^n - 1. \] where: - \( r = 0.10 \) (10% nominal rate), - \( n \) is the number of compounding periods per year.
Step 2: First, compute for semi-annual compounding (\( n = 2 \)): \[ r_{{eff}} = \left(1 + \frac{0.10}{2}\right)^2 - 1 = (1.05)^2 - 1. \]
Step 3: Compute the value: \[ r_{{eff}} = 1.1025 - 1 = 0.1025 \quad {or} \quad 10.25\%. \]
Step 4: Now, compute for quarterly compounding (\( n = 4 \)): \[ r_{{eff}} = \left(1 + \frac{0.10}{4}\right)^4 - 1 = (1.025)^4 - 1. \]
Step 5: Compute the value: \[ r_{{eff}} = 1.1038 - 1 = 0.1038 \quad {or} \quad 10.38\%. \]
The respective values of \( |\vec{a}| \) and} \( |\vec{b}| \), if given \[ (\vec{a} - \vec{b}) \cdot (\vec{a} + \vec{b}) = 512 \quad \text{and} \quad |\vec{a}| = 3 |\vec{b}|, \] are:
‘सूरदास में सरलता भी है और व्यावहारिक चतुराई भी’ — ‘सूरदास की झोंपड़ी’ पाठ के आधार पर इस दृष्टि से उसके व्यक्तित्व का विश्लेषण कीजिए।
लेखक की मालवा-यात्रा के आधार पर स्पष्ट कीजिए कि पहले लोगों में आत्मीयता और अपनत्व का भाव अधिक था। आज इसमें जो परिवर्तन आया है, उसके कारणों को स्पष्ट कीजिए।
‘गाँव में मूल्य परिवर्तन अधिक स्पष्ट रूप से पहचाना जाता है।’ ‘बिस्कोहर की माटी’ पाठ के आधार पर सटीक उदाहरण इस कथन की पुष्टि कीजिए।
निम्नलिखित गद्यांश की सप्रसंग व्याख्या कीजिए:
हर की पौड़ी पर साँझ कुछ अलग रंग में उतरती है। दीया-बाती का समय या कह लो आरती की बेला। पाँच बजे जो फूलों के दोने एक-एक रुपए के बिक रहे थे, इस वक्त दो-दो के हो गए हैं। भक्तों को इससे कोई शिकायत नहीं। इतनी बड़ी-बड़ी मनोकामना लेकर आए हुए हैं। एक-दो रुपए का मुँह थोड़े ही देखना है। गंगा सभा के स्वयंसेवक खाकी वर्दी में मस्तेदी से घूम रहे हैं। वे सबको सीढ़ियों पर बैठने की प्रार्थना कर रहे हैं। शांत होकर बैठिए, आरती शुरू होने वाली है। कुछ भक्तों ने स्पेशल आरती बोल रखी है। स्पेशल आरती यानी एक सौ एक या एक सौ इक्यावन रुपए वाली। गंगा-तट पर हर छोटे-बड़े मंदिर पर लिखा है — ‘गंगा जी का प्राचीन मंदिर।’ पंडितगण आरती के इंतज़ाम में व्यस्त हैं। पीतल की नीलांजलि में सहस्त्र बातियाँ घी में भिगोकर रखी हुई हैं।