Question:

पात्र का चरित्र-चित्रण हिन्दी में लिखिए : 'कारूणिको जीमूतवाहनः' पाठ के आधार पर जीमूतकेतु का ।

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चरित्र-चित्रण करते समय विशेषताओं को शीर्षकों में लिखें और प्रत्येक शीर्षक के अन्दर पाठ की किसी घटना का उदाहरण देकर अपनी बात को सिद्ध करें।
Updated On: Nov 17, 2025
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Solution and Explanation

जीमूतकेतु का चरित्र-चित्रण:
'कारूणिको जीमूतवाहनः' पाठ में जीमूतकेतु, नायक जीमूतवाहन के पिता और विद्याधरों के राजा हैं। उनकी चारित्रिक विशेषताएँ इस प्रकार हैं:
आदर्श पिता: जीमूतकेतु एक आदर्श पिता हैं। वे अपने पुत्र के गुणों को पहचानते हैं और उसे राज्य के योग्य समझते हैं। वे पुत्र के यौवराज्याभिषेक का प्रस्ताव करते हैं, जो उनके पुत्र-प्रेम को दर्शाता है।
त्यागी और निःस्वार्थ: उनमें राज्य या पद का कोई मोह नहीं है। वे स्वयं वृद्धावस्था का कारण बताकर राज्य का भार अपने योग्य पुत्र को सौंपकर वन में तपस्या करने के लिए जाना चाहते हैं। यह उनकी त्याग-भावना और निःस्वार्थ प्रवृत्ति का परिचायक है।
प्रजावत्सल शासक: वे एक प्रजापालक राजा हैं। उन्होंने अपने पूर्वजों से प्राप्त कल्पवृक्ष का उपयोग कभी अपने व्यक्तिगत सुख के लिए नहीं किया, बल्कि उससे प्रजा के दुःखों को दूर किया।
दूरदर्शी: वे अपने पुत्र जीमूतवाहन की महानता और परोपकारी स्वभाव को समझते हैं। वे जानते हैं कि उनका पुत्र उनसे भी बड़ा त्यागी है, इसीलिए वे उसके निर्णय का सम्मान करते हैं।
इस प्रकार, जीमूतकेतु एक आदर्श पिता, त्यागी राजा और गुणवान व्यक्ति हैं।
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