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पाठ का सारांश हिन्दी में लिखिए : संस्कृतभाषायाः गौरवम्

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किसी विषय पर सारांश लिखते समय, उसके विभिन्न पहलुओं को शामिल करें। जैसे, संस्कृत भाषा के लिए उसका ऐतिहासिक महत्व, व्याकरणिक श्रेष्ठता, साहित्यिक समृद्धि और आधुनिक प्रासंगिकता, इन सभी बिंदुओं पर प्रकाश डालें।
Updated On: Nov 17, 2025
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Solution and Explanation

सारांश:
संस्कृत भाषा विश्व की प्राचीनतम भाषाओं में से एक है और इसे 'देववाणी' भी कहा जाता है। यह भारत की अधिकांश भाषाओं की जननी है और इसका भारतीय संस्कृति, धर्म और दर्शन से अटूट संबंध है। संस्कृत का गौरव उसके विपुल और समृद्ध साहित्य में निहित है, जिसमें वेद, उपनिषद्, पुराण, रामायण, महाभारत, गीता जैसे आध्यात्मिक ग्रंथों के साथ-साथ कालिदास, भास, भवभूति जैसे कवियों के कालजयी नाटक और काव्य भी शामिल हैं।
इसका व्याकरण अत्यंत वैज्ञानिक और सुव्यवस्थित है, जिसे महर्षि पाणिनि ने 'अष्टाध्यायी' में सूत्रबद्ध किया। यह भाषा अपनी ध्वन्यात्मकता और स्पष्टता के लिए जानी जाती है, जो इसे कंप्यूटर प्रोग्रामिंग के लिए भी उपयुक्त बनाती है। संस्कृत केवल पूजा-पाठ की भाषा नहीं, बल्कि ज्ञान-विज्ञान, गणित, ज्योतिष, आयुर्वेद और दर्शन की भी भाषा रही है। इसका अध्ययन व्यक्ति के चरित्र निर्माण और बौद्धिक विकास में सहायक होता है। संस्कृत भाषा का गौरव भारत का गौरव है और इसे संरक्षित तथा संवर्धित करना हमारा कर्तव्य है।
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