Question:

निम्नलिखित संस्कृत गद्यांशों में से किसी एक का सन्दर्भ सहित हिन्दी में अनुवाद कीजिए। महामनस्विनः मदनमोहनमालवीयस्य जन्म प्रयागे प्रतिष्ठितपरिवारेऽभवत् । अस्य पिता पण्डितव्रजनाथमालवीयः संस्कृतस्य सम्मान्यः विद्वान् आसीत् । अयं प्रयागे एवं संस्कृतपाठशालायां. राजकीयविद्यालये म्योरसेण्ट्रलमहाविद्यालये च शिक्षां प्राप्य अत्रैव राजकीयविद्यालये अध्यापनम् आरब्धवान् । युवकः मालवीयः स्वकीयेन प्रभावपूर्ण भाषणेन जनानां मनांसि अमोहयत् । अतः अस्य सुहृदः तं प्राड्विवाकपदवीं प्राप्य देशस्य श्रेष्ठतरां सेवां कर्त्तुं प्रेरितवन्तः । तदनुसारम् अयं विधिपरीक्षामुत्तीर्य प्रयागस्थे उच्चन्यायालये प्राड्विवाककर्म कर्तुमारभत् । विधेः प्रकृष्टज्ञानेन मधुरालापेन उदारव्यवहारेण चायं शीघ्रमेव मित्राणां न्यायाधीशानाञ्च सम्मानभाजनमभवत् ।

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मदन मोहन मालवीय केवल एक विधिवेत्ता ही नहीं, बल्कि समाज सुधारक और महान शिक्षाविद् भी थे, जिन्होंने भारतीय शिक्षा और संस्कृति को समृद्ध किया।
Updated On: Nov 14, 2025
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Solution and Explanation

महान आत्मा वाले मदन मोहन मालवीय का जन्म प्रतिष्ठित परिवार में प्रयाग में हुआ था। उनके पिता, पंडित ब्रजनाथ मालवीय, संस्कृत के सम्मानित विद्वान थे। उन्होंने अपनी शिक्षा प्रयाग की संस्कृत पाठशाला, राजकीय विद्यालय और म्योर सेंट्रल महाविद्यालय में प्राप्त की। इसके पश्चात, उन्होंने राजकीय विद्यालय में अध्यापन कार्य आरंभ किया। युवा मालवीय अपने प्रभावशाली भाषणों से जनमानस को आकर्षित करने में सक्षम थे। इसी कारण, उनके मित्रों ने उन्हें विधि की उच्च शिक्षा प्राप्त कर देश की श्रेष्ठतम सेवा करने के लिए प्रेरित किया। तदनुसार, उन्होंने विधि परीक्षा उत्तीर्ण कर प्रयाग उच्च न्यायालय में वकालत का कार्य आरंभ किया। अपनी उत्कृष्ट विधि-ज्ञान, मधुर भाषण शैली और उदार व्यवहार के कारण वे शीघ्र ही अपने मित्रों और न्यायाधीशों के सम्मान का पात्र बन गए।
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