निम्नलिखित पंक्तियों को पढ़कर दी गई सूचनाओं के अनुसार कृतियाँ कीजिए :
मन की पीड़ा,
चढ़ा बन बादल,
बरसती आँसू।
चलती साथ
परियों रेल को
फिर भी मौन।
सितारे छिपे
बादलों की ओट में
सूता आकाश।
निम्नलिखित पंक्तियों को पढ़कर दी गई सूचनाओं के अनुसार कृतियाँ कीजिए :
(i) मौन बने -
(ii) छिपे हुए -
(iii) बरसती हुई -
(iv) सूता -
Step 1: 'मौन बने' का अर्थ
यह पंक्ति उस स्थिति को दर्शाती है जब व्यक्ति अपनी पीड़ा को अंदर ही अंदर संजोए रहता है और उसे बाहर नहीं व्यक्त करता। यहाँ मौन व्यक्ति की मानसिक स्थिति और उसकी आत्मीय पीड़ा को दर्शाता है।
Step 2: 'छिपे हुए' का अर्थ
छिपे हुए शब्द से आशय है कि कुछ चीजें या विचार हमारे मन में गहरे छिपे होते हैं, जो हम दूसरों से साझा नहीं करते। यह स्थिति उन गहरे विचारों और भावनाओं को दर्शाती है, जिन्हें हम बाहरी दुनिया से छुपाते हैं।
Step 3: 'बरसती हुई' का अर्थ
यह पंक्ति आंसुओं के बहने और भावनाओं के अनियंत्रित रूप से बाहर आने को दर्शाती है। बरसती हुई शब्द का अर्थ है कि कोई आंतरिक पीड़ा या दुख बाहर आकर व्यक्त हो रहा है, जैसे बारिश के रूप में आंसू बहना।
Step 4: 'सूता' का अर्थ
सूता शब्द का प्रयोग शांति और स्थिरता को दर्शाने के लिए किया गया है। यहाँ आकाश को सूता हुआ कहा गया है, जो एक शांत और शांतिपूर्ण वातावरण को व्यक्त करता है, जहाँ कोई हलचल नहीं है।
मन के जीते जीत है' विषय पर 25 से 30 शब्दों में अपने विचार लिखिए।
Step 1: विचार का महत्व
"मन के जीते जीत है" यह कथन यह बताता है कि अगर हम अपने मानसिक दृष्टिकोण और सोच को सकारात्मक और मजबूत रखते हैं, तो हम किसी भी कार्य में सफलता प्राप्त कर सकते हैं। जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में मन की स्थिति सर्वोपरि होती है। एक सकारात्मक मानसिकता किसी भी कठिनाई को पार करने में मदद करती है।
Step 2: मन की शक्ति
मन में आत्मविश्वास और दृढ़ संकल्प होने से ही व्यक्ति अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकता है। जब मन जीतने की ठान लेता है, तो बाहरी परिस्थितियाँ कोई मायने नहीं रखतीं।
Step 3: निष्कर्ष
इसलिए यह कहना सही है कि यदि मन में जीत की भावना है, तो हर समस्या का समाधान पाया जा सकता है। मन की शक्ति और उसकी सकारात्मक सोच ही जीवन को जीतने की कुंजी है।
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‘अपना मालवा खाऊँ–उजाऊ सभ्यता में.....’ पाठ में विक्रमादित्य, भोज और मुँज आदि राजाओं का उल्लेख किस संदर्भ में आया है? स्पष्ट कीजिए।
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