'मुक्तियज्ञ' खण्डकाव्य का नायक एक अदम्य साहस, देशभक्ति और संघर्षशीलता का प्रतीक है। वह समाज और राष्ट्र की स्वतंत्रता के लिए अपना सर्वस्व अर्पित कर देता है।
देशभक्तिपूर्ण व्यक्तित्व:
नायक अपने देश के प्रति गहरी निष्ठा रखता है और उसकी स्वतंत्रता के लिए हर संभव बलिदान देने को तैयार रहता है।
संघर्षशील और आत्मबलिदानी:
उसका जीवन कठिन संघर्षों से भरा है, लेकिन वह कभी अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं करता। वह न्याय और स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों की आहुति देने को तत्पर रहता है।
नेतृत्व क्षमता और प्रेरणा स्रोत:
वह समाज को जागरूक करने का कार्य करता है और अन्य लोगों को भी स्वतंत्रता संग्राम में योगदान देने के लिए प्रेरित करता है।
आध्यात्मिकता और मानवीय मूल्यों से युक्त:
नायक केवल योद्धा ही नहीं, बल्कि मानवीय मूल्यों और आदर्शों का पालन करने वाला व्यक्ति भी है, जो आत्मसम्मान और नैतिकता को सर्वोपरि रखता है।
यह नायक समाज और राष्ट्र के लिए एक प्रेरणास्रोत बनता है और अपने त्याग और संघर्ष से सभी को प्रेरित करता है।