Question:

'मुक्तियज्ञ' खण्डकाव्य के आधार पर 'गाँधीजी' का चरित्र चित्रण कीजिए।

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गांधीजी का चरित्र सत्य, अहिंसा, और समाज सेवा का प्रेरणास्त्रोत है।
Updated On: Nov 7, 2025
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Solution and Explanation


'मुक्तियज्ञ' खण्डकाव्य में गांधीजी का चरित्र सत्य, अहिंसा और त्याग का प्रतीक है। गांधीजी का जीवन सत्य के मार्ग पर चलने, भारतीय समाज में सामाजिक सुधार लाने और स्वतंत्रता संग्राम में नेतृत्व देने के लिए समर्पित था। उन्होंने सत्याग्रह और अहिंसात्मक प्रतिरोध के माध्यम से अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष किया। उनका चरित्र समाज के लिए प्रेरणादायक था, और वे सत्य और धर्म के लिए समर्पित थे। 

 

  • सत्य और अहिंसा का पालन: गांधीजी का जीवन सत्य और अहिंसा के सिद्धांतों पर आधारित था। 
  • स्वतंत्रता संग्राम में योगदान: वे भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान नेता थे और उनके नेतृत्व में आंदोलन सफल हुआ। 
  • समाज सुधारक: गांधीजी ने भारतीय समाज में छुआछूत और असमानता के खिलाफ कार्य किए।


'मुक्तियज्ञ' खण्डकाव्य में गांधीजी के नेतृत्व और उनके आदर्शों का चित्रण किया गया है। 
 

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