'मुक्तियज्ञ' खण्डकाव्य के आधार पर 'गाँधीजी' का चरित्र चित्रण कीजिए।
'मुक्तियज्ञ' खण्डकाव्य में गांधीजी का चरित्र सत्य, अहिंसा और त्याग का प्रतीक है। गांधीजी का जीवन सत्य के मार्ग पर चलने, भारतीय समाज में सामाजिक सुधार लाने और स्वतंत्रता संग्राम में नेतृत्व देने के लिए समर्पित था। उन्होंने सत्याग्रह और अहिंसात्मक प्रतिरोध के माध्यम से अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष किया। उनका चरित्र समाज के लिए प्रेरणादायक था, और वे सत्य और धर्म के लिए समर्पित थे।
'मुक्तियज्ञ' खण्डकाव्य में गांधीजी के नेतृत्व और उनके आदर्शों का चित्रण किया गया है।
'परिश्रम' खंडकाव्य के आधार पर 'कर्ण' का चरित्र-चित्रण कीजिए।
'परिश्रम' खंडकाव्य का कथासार अपने शब्दों में लिखिए।
'सत्य की जीत' खंडकाव्य का कथासार लिखिए।
'सत्य की जीत' खंडकाव्य के आधार पर 'दुशासन' का चरित्र-चित्रण कीजिए।
'श्रवणकुमार' खंडकाव्य के 'अयोध्या' सर्ग की कथावस्तु लिखिए।