'कोई भी भाषा आपकी व्यवहार में बाबू नहीं बनती' अपने आस-पास से कोई उदाहरण देकर इस तथ्य की पुष्टि कीजिए।
इस कथन का मतलब है कि भाषा का प्रभाव हमारे व्यवहार पर नहीं होता, बल्कि हमारा आचरण और कार्य संस्कृति महत्वपूर्ण होते हैं। उदाहरण के तौर पर, कोई भी व्यक्ति शुद्ध हिंदी बोलने के बावजूद यदि वह शिष्टाचार और आदर का पालन नहीं करता है, तो उसकी भाषा प्रभावी नहीं मानी जाएगी। व्यवहार की ईमानदारी और संस्कार महत्वपूर्ण हैं।
मोबाइल फोन विहीन दुनिया — 120 शब्दों में रचनात्मक लेख लिखिए :
'मैं क्यों लिखता हूँ' पाठ के आधार पर लिखिए कि कृतिकार के स्वभाव और आत्मानुशासन का लेखन में क्या महत्त्व है ?
"ई काशी छोड़कर कहीं न जाएँ" बिस्मिल्ला खाँ के मन में काशी के प्रति विशेष अनुराग के क्या कारण थे ?
"तुम सुनकर सुख पाओगे, देखोगे – यह गागर रीती ।" कहकर कवि ने अपने जीवन के किस पहलू पर प्रकाश डाला है ?
छात्रों के लिए मोबाइल फोन की उपयोगिता — 120 शब्दों में रचनात्मक लेख लिखिए :


Analyze the significant changes in printing technology during 19th century in the world.