Question:

“काहूकी बेटी सो बेटा न ब्याहब” — पंक्ति के माध्यम से कटाक्ष किया गया है — 
 

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जब प्रश्न में "कटाक्ष किया गया है" पूछा जाए, तो लेखक की आलोचना का केंद्र बिंदु साफ़-साफ़ पहचानें — और उसी के अनुसार उत्तर दें।
Updated On: Jul 25, 2025
  • समाज में व्याप्त जाति व्यवस्था पर
  • जाति आधारित वैवाहिक प्रथा पर
  • पुरुष प्रधान समाज की मानसिकता पर
  • समाज की विघटनकारी व्यवस्था पर
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The Correct Option is B

Solution and Explanation

पंक्ति ‘‘काहूकी बेटी सो बेटा न ब्याहब’’ का अर्थ है — हम किसी विशेष जाति की बेटी के साथ अपने बेटे का विवाह नहीं करेंगे।
यह पंक्ति समाज में प्रचलित जातिगत संकीर्णता और ऊँच-नीच की भावना को उजागर करती है।
यहाँ स्पष्ट रूप से जाति आधारित वैवाहिक प्रथा पर कटाक्ष किया गया है, जहाँ विवाह का निर्णय गुण, स्वभाव या शिक्षा के आधार पर नहीं बल्कि जाति के आधार पर लिया जाता है।
यह कटाक्ष इस बात पर है कि प्रेम, समझदारी और मानवता से ऊपर जातिगत अहंकार को रखा गया है। यह न केवल एक सामाजिक कुरीति है, बल्कि संत साहित्य के मूल विचार — समभाव और समानता — के विरुद्ध भी है।
विश्लेषण:
(A) सामान्य जातिवाद पर तो है, पर वैवाहिक संदर्भ प्रमुख है।

(B) सबसे सटीक विकल्प — क्योंकि विवाह ही इस पंक्ति का संदर्भ है।

(C) यह लैंगिक असमानता की बात करता है, जो यहाँ केंद्र में नहीं है।

(D) यह व्यापक उत्तर है, लेकिन अपेक्षित विशिष्टता नहीं देता।
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