Question:

हिन्दी-संस्कृताङ्ग्लभाषासु अस्य समान अधिकारः आसीत् ।

Show Hint

हर्षवर्धन का चरित्र हमें यह सिखाता है कि समाज के लिए किए गए बलिदान, कर्तव्यनिष्ठा और त्याग से एक सच्चे नेता का निर्माण होता है।
Updated On: Nov 11, 2025
Hide Solution
collegedunia
Verified By Collegedunia

Solution and Explanation

'त्यागपथी' खण्डकाव्य का प्रमुख पात्र हर्षवर्धन एक आदर्श राजा और नायक है, जिसकी चारित्रिक विशेषताएँ उसे समाज में उच्च सम्मान दिलाती हैं। हर्षवर्धन का चरित्र संयम, साहस, और कर्तव्यनिष्ठा से भरपूर है। वह न केवल अपने कर्तव्यों के प्रति प्रतिबद्ध है, बल्कि उसने हमेशा समाज के भले के लिए अपने व्यक्तिगत सुखों का त्याग किया है। हर्षवर्धन का जीवन त्याग और बलिदान का प्रतीक है। उसने अपनी सुख-सुविधाओं को छोड़कर समाज की सेवा को सर्वोपरि माना। वह एक योग्य शासक था, जिसने अपने राज्य में धर्म, न्याय और समाज कल्याण की स्थापना की। हर्षवर्धन ने युद्ध के मैदान में साहस का परिचय दिया और अपने देश और प्रजा की रक्षा के लिए कई कठिन संघर्षों का सामना किया। उसकी नीतियाँ हमेशा सत्य और न्याय पर आधारित होती थीं, और उसने अपने राज्य में भ्रष्टाचार और अन्याय को जड़ से समाप्त करने का प्रयास किया। हर्षवर्धन का चरित्र न केवल उसकी व्यक्तिगत बलिदान की भावना को दर्शाता है, बल्कि यह भी बताता है कि एक सशक्त नेता समाज के लिए निःस्वार्थ होकर काम करता है।
Was this answer helpful?
0
0

Top Questions on प्रश्न उत्तर

View More Questions