दिये गए पंक्तियों पर आधारित निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
गद्यांश:
जो प्यारे मृदु उपवन या चित्र में बहे हों,
पंखों में जो आकर्षण बलता है, उन बच्चों को।
जो होती सृष्टि उनके सभी गोपनिका की।
जो है चाँद्र वरण-रही और दीप्ती उनसें होती है।
ला के फूल कमल दल को प्रत्यक्ष के सामने ही,
थोड़ा-थोड़ा प्रबल जल से सवः हो दुहना।
उपर्युक्त पंक्तियों का शिर्षक लिखिए।
रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिए।
उपर्युक्त पंक्तियों के आधार पर श्रीकृष्ण को पवन दृष्टिक से अपनी याद किस प्रकार दिलाने को कहते हैं?
'भीनी' और 'किन्नर' के शब्दार्थ लिखिए।
'वेपु-सा' शब्द में प्रसिद्ध अलंकार लिखिए।
‘बिस्कोहर की माटी’ पाठ के आधार पर गाँव की प्रकृति का गर्मी, सर्दी और वर्षा ऋतुओं के अनुभव वर्णन कीजिए। वहाँ के लोग गर्मी ऋतु के प्रकोप से बचने के लिए क्या उपाय करते थे?
‘अपना मालवा खाऊँ–उजाऊ सभ्यता में.....’ पाठ में विक्रमादित्य, भोज और मुँज आदि राजाओं का उल्लेख किस संदर्भ में आया है? स्पष्ट कीजिए।
‘तोड़ो’ कविता का कवि क्या तोड़ने की बात करता है और क्यों?
“इसी तरह भरता और खाली होता है यह शहर” पंक्ति के संदर्भ में बनारस शहर के ‘भरने’ और ‘खाली’ होने से क्या अभिप्राय है?
“मैंने निज दुर्बल पद-बल, उससे हारी होड़ लगाई” ‘देवसेना का गीत’ से उद्धृत इस पंक्ति से आपको क्या प्रेरणा मिलती है?