Comprehension

दिए गए पद्यांश पर आधारित निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
मेरे प्यारे नव जलद से कंज से नैन वाले 
जोके आये न मधुवन से ओ न भेजा संदेशा।
मैं रो-रो के प्रिय-विरह से बावली हो रही हूँ। 
जोके मेरे सब दुख-कथा श्याम को तू सुना दे॥

Question: 1

प्रस्तुत पद्यांश का संदर्भ लिखिए।

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संदर्भ लिखते समय रचना, कवि और प्रमुख भावों का उल्लेख अवश्य करें।
Updated On: Nov 7, 2025
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Solution and Explanation

प्रस्तुत पद्यांश प्रसिद्ध भक्तिकालीन कवि सूरदास द्वारा रचित है। इस काव्यांश में गोपियों की विरह वेदना का मार्मिक चित्रण किया गया है। वे श्रीकृष्ण से मिलन के लिए व्याकुल हैं।
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Question: 2

पवन-दूतिका द्वारा किसने किसको संदेश भेजा है?

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पवन-दूतिका का उल्लेख भक्तिकालीन साहित्य में प्रायः गोपियों की विरह वेदना दर्शाने हेतु किया जाता है।
Updated On: Nov 7, 2025
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Solution and Explanation

इस पद्यांश में गोपियाँ पवन को अपना दूत मानकर श्रीकृष्ण को संदेश भेज रही हैं। वे अपने प्रिय श्रीकृष्ण के विरह में दुखी हैं और उनसे पुनर्मिलन की इच्छा व्यक्त कर रही हैं।
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Question: 3

रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिए।

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रेखांकित अंश की व्याख्या करते समय शब्दों के भावार्थ और संदर्भ को स्पष्ट करें।
Updated On: Nov 7, 2025
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Solution and Explanation

रेखांकित अंश में गोपियाँ अपने प्रिय श्रीकृष्ण के संदेश की प्रतीक्षा कर रही हैं। वे अत्यंत दुखी होकर यह प्रकट कर रही हैं कि श्रीकृष्ण की ओर से कोई समाचार नहीं आया, जिससे उनकी विरह वेदना और बढ़ गई है।
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Question: 4

प्रस्तुत पद्यांश में श्रीकृष्ण के सौंदर्य का वर्णन किस प्रकार किया है?

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सौंदर्य वर्णन में प्रयुक्त अलंकार और उपमानों पर विशेष ध्यान दें।
Updated On: Nov 7, 2025
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इस पद्यांश में श्रीकृष्ण के सौंदर्य को 'नव जलद' (नवीन काले मेघ) के समान बताया गया है, जिससे उनका सुंदर, मनमोहक स्वरूप स्पष्ट होता है। साथ ही, उनके नेत्रों की उपमा 'कंज' (कमल) से दी गई है, जो उनकी अपार सुंदरता को दर्शाती है।
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Question: 5

प्रस्तुत पद्यांश में मुख्य रस तथा उसका स्थायी भाव लिखिए।

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रस पहचानते समय स्थायी भाव और संदर्भित भावनाओं का विश्लेषण करें।
Updated On: Nov 7, 2025
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इस पद्यांश में श्रृंगार रस की प्रधानता है, जिसमें विप्रलंभ श्रृंगार (विरह भाव) प्रमुख रूप से व्यक्त किया गया है। इस रस का स्थायी भाव रति है, जो प्रेम की गहनता को दर्शाता है।
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