Comprehension

बुद्ध के इस जन्म की घटनाएँ तो इन चित्रित कथाओं में हैं ही, उनके पिछले जन्मों की कथाओं का भी इसमें चित्रण हुआ है। पिछले जन्म की ये कथाएँ 'जातक' कहलाती हैं। उनकी संख्या 555 है और इनका संग्रह 'जातक' नाम से प्रसिद्ध है, जिनका बौद्धों में बड़ा मान है । इन्हीं जातक कथाओं में अनेक अजंता के चित्रों में विस्तार के साथ लिख दी गयी हैं। इन पिछले जन्मों में बुद्ध ने गज, कपि, मृग आदि के रूप में विविध योनियों में जन्म लिया था और संसार के कल्याण के लिए दया और त्याग का आदर्श स्थापित करते, वे बलिदान हो गये थे । 
 

Question: 1

उपर्युक्त गद्यांश का सन्दर्भ लिखिए ।

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संदर्भ लिखते समय, पाठ का नाम और लेखक का नाम सही-सही याद रखना महत्वपूर्ण है। इसे हमेशा काले पेन या मोटे अक्षरों में लिखें ताकि यह स्पष्ट दिखे। संदर्भ में यह भी बताएं कि गद्यांश में क्या कहा जा रहा है।
Updated On: Nov 11, 2025
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Solution and Explanation

सन्दर्भ:
प्रस्तुत गद्यांश हमारी पाठ्य-पुस्तक 'हिन्दी' के गद्य-खण्ड में संकलित तथा डॉ. भगवतशरण उपाध्याय द्वारा लिखित 'अजंता' नामक निबन्ध से उद्धृत है।
इस अंश में लेखक ने अजंता की गुफाओं में चित्रित जातक कथाओं के महत्व पर प्रकाश डाला है।
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Question: 2

गद्यांश के रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिए ।
(नोट: चूँकि कोई अंश रेखांकित नहीं है, हम इस महत्वपूर्ण वाक्य की व्याख्या करेंगे: "इन पिछले जन्मों में बुद्ध ने गज, कपि, मृग आदि के रूप में विविध योनियों में जन्म लिया था और संसार के कल्याण के लिए दया और त्याग का आदर्श स्थापित करते, वे बलिदान हो गये थे ।")

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रेखांकित अंश की व्याख्या करते समय, केवल उस अंश का शाब्दिक अर्थ न लिखें। उस अंश का प्रसंग के अनुसार भावार्थ और लेखक का उद्देश्य भी स्पष्ट करें। अपने शब्दों में सरल भाषा का प्रयोग करें।
Updated On: Nov 11, 2025
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Solution and Explanation

रेखांकित अंश की व्याख्या:
लेखक डॉ. भगवतशरण उपाध्याय अजंता की गुफाओं में चित्रित चित्रों का वर्णन करते हुए कहते हैं कि इन गुफा-चित्रों में महात्मा बुद्ध के पूर्व जन्मों की कथाओं को दर्शाया गया है, जिन्हें जातक कथाएँ कहा जाता है।
इन कथाओं के अनुसार, बुद्ध ने केवल मानव रूप में ही नहीं, बल्कि पशु-पक्षियों की योनियों में भी जन्म लिया था।
उन्होंने हाथी (गज), बंदर (कपि), हिरण (मृग) जैसे विभिन्न रूपों में जन्म लेकर संसार के प्राणियों की भलाई के लिए कार्य किया।
अपने हर जन्म में उन्होंने दया, करुणा और त्याग का सर्वोच्च आदर्श प्रस्तुत किया और दूसरों के कल्याण के लिए अपने प्राणों का भी बलिदान कर दिया।
अजंता के चित्र इन्हीं महान बलिदानों और आदर्शों को सजीव रूप में प्रस्तुत करते हैं।
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Question: 3

'जातक' कथाएँ किन्हें कहते हैं ?

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गद्यांश पर आधारित प्रश्नों का उत्तर देते समय, उत्तर सीधे गद्यांश से ही खोजना चाहिए। अपनी ओर से कोई अतिरिक्त जानकारी तभी जोड़ें जब आवश्यक हो। उत्तर संक्षिप्त और सटीक होना चाहिए।
Updated On: Nov 11, 2025
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Solution and Explanation

गद्यांश के अनुसार, महात्मा बुद्ध के पिछले जन्मों की कथाओं को 'जातक' कथाएँ कहते हैं।
इन कथाओं में बुद्ध के विभिन्न योनियों में जन्म लेने और संसार के कल्याण के लिए दया, त्याग और बलिदान करने का वर्णन है।
इनकी संख्या 555 बताई गई है और इनका संग्रह 'जातक' नाम से प्रसिद्ध है, जिसे बौद्ध धर्म में बहुत सम्मान दिया जाता है।
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