Question:

बौद्धयुगे इमे सिद्धान्ताः वैयक्तिक जीवनस्य अभ्युत्थानाय प्रयुक्ता आसन । परमथ इमे सिद्धान्ताः राष्ट्राणां परस्परमैत्री सहयोग कारणानि, विश्वबन्धुत्वस्य विश्वशान्तेश्च साधनानि सन्ति । राष्ट्रनायकस्य श्री जवाहरलाल नेहरू महोदयस्य प्रधानमन्त्रित्वकाले चीनदेशेन सह भारतस्य मैत्री पंचशीलसिद्धान्तानाधिकृत्य एवाभवत् । यतोहि उभावपि देशौ बौद्धधर्मे निष्ठावन्तौ । आधुनिके . जगति पञ्चशीलसिद्धान्ताः नवीनं राजनैतिकं स्वरूपं गृहीतवन्तः ।

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पंचशील सिद्धांत केवल बौद्ध धर्म की शिक्षाएँ नहीं हैं, बल्कि वे आधुनिक राजनीति और अंतरराष्ट्रीय संबंधों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
Updated On: Nov 15, 2025
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Solution and Explanation

सन्दर्भ: यह गद्यांश बौद्ध युग में स्थापित पंचशील सिद्धांतों के महत्व और उनके आधुनिक राजनैतिक स्वरूप पर प्रकाश डालता है। इसमें भारत और चीन के संबंधों में इन सिद्धांतों की भूमिका को भी दर्शाया गया है।
हिन्दी अनुवाद: बौद्ध युग में ये सिद्धांत व्यक्ति के जीवन के उत्थान के लिए प्रयुक्त किए जाते थे। किन्तु, इन सिद्धांतों का महत्व केवल व्यक्तिगत जीवन तक सीमित नहीं रहा, बल्कि वे राष्ट्रों के बीच मैत्री और सहयोग के कारक बन गए। ये पंचशील सिद्धांत विश्वबंधुत्व और विश्वशांति के महत्वपूर्ण साधन बन गए।
भारत के प्रधानमंत्री श्री जवाहरलाल नेहरू के शासनकाल में भारत और चीन के बीच मित्रता इन्हीं पंचशील सिद्धांतों पर आधारित थी। क्योंकि दोनों राष्ट्र बौद्ध धर्म में गहरी आस्था रखते थे। आधुनिक विश्व में पंचशील सिद्धांतों ने एक नया राजनैतिक स्वरूप ग्रहण कर लिया है और यह विभिन्न राष्ट्रों के कूटनीतिक संबंधों का आधार बन गए हैं।
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