Question:

अपनी पाठ्यपुस्तक में से कण्ठस्थ कोई एक श्लोक लिखिए जो इस प्रश्नपत्र में न आया हो।

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कण्ठस्थ श्लोक लिखते समय उसके साथ भावार्थ भी लिखें, ताकि उत्तर अधिक पूर्ण और प्रभावशाली हो।
Updated On: Oct 28, 2025
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Solution and Explanation

श्लोक:
मातृदेवो भव।
पितृदेवो भव।
आचार्यदेवो भव।
अतिथिदेवो भव॥ भावार्थ:
इस श्लोक में माता, पिता, आचार्य और अतिथि को देवता के समान मानकर उनका सम्मान करने का उपदेश दिया गया है। यह भारतीय संस्कृति का मूल तत्व है, जिसमें परिवार और समाज के प्रति आदर और कर्तव्य-निष्ठा पर बल दिया गया है।
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