Question:

अपनी पाठ्य-पुस्तक में से कण्ठस्थ कोई एक श्लोक लिखिए जो इस प्रश्न-पत्र में न आया हो।

Show Hint

श्लोक लिखते समय संस्कृत में शुद्ध उच्चारण और सही अन्वय का ध्यान रखें। साथ ही उसका भावार्थ अवश्य लिखें ताकि अर्थ स्पष्ट हो।
Updated On: Oct 28, 2025
Hide Solution
collegedunia
Verified By Collegedunia

Solution and Explanation

नीचे दिया गया श्लोक नैतिकता और सत्कर्म का संदेश देने वाला है। यह हमें जीवन में सत्य, संयम और कर्तव्यपालन की प्रेरणा देता है — 
\[ \text{सत्यं ब्रूयात् प्रियं ब्रूयात् न ब्रूयात् सत्यमप्रियम्।} \\ \text{प्रियं च नानृतं ब्रूयात् एष धर्मः सनातनः।।} \] 

भावार्थ: मनुष्य को सदैव सत्य बोलना चाहिए, परंतु ऐसा सत्य नहीं जो कटु हो और दूसरों को दुख पहुँचाए। उसी प्रकार प्रिय वचन बोलना चाहिए, परंतु झूठ बोलकर नहीं। यही सनातन धर्म का नियम है। 
यह श्लोक मानव जीवन में वाणी-संयम और सदाचार का सुंदर आदर्श प्रस्तुत करता है। यह सिखाता है कि सत्य और प्रेम दोनों का संतुलन ही वास्तविक धर्म है। 
 

Was this answer helpful?
0
0

Top Questions on संस्कृत श्लोक

View More Questions