आलोक-तृण' खंडकाव्य के नायक का चरित्र-चित्रण कीजिए।
'आलोक - तृण' खंडकाव्य के नायक का चरित्र-चित्रण:
'आलोक - तृण' खंडकाव्य का नायक एक संघर्षशील और संवेदनशील व्यक्ति है, जो अपने आत्म-मूल्यों और आदर्शों के साथ समाज की विकृतियों का सामना करता है। उसका चरित्र न केवल शारीरिक शक्ति से, बल्कि मानसिक दृढ़ता और नैतिक साहस से परिपूर्ण है। इस नायक का उद्देश्य समाज में बदलाव लाना और मानवता की सेवा करना है। उसकी जीवन यात्रा कष्ट और संघर्षों से भरी है, लेकिन वह कभी अपने सिद्धांतों से विचलित नहीं होता।
नायक का चरित्र समाज में बदलाव की आवश्यकता को महसूस करने वाले एक व्यक्ति के रूप में सामने आता है। उसकी कड़ी मेहनत और संघर्ष उसे समाज के लिए एक आदर्श व्यक्तित्व बना देती है।
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'सत्य की जीत' खण्डकाव्य की विशेषताएँ उद्घाटित कीजिए।
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