Question:

आपके विद्यालय के पुस्तकालय में हिन्दी की पुस्तकों एवं पत्र-पत्रिकाओं का अभाव है। इन्हें मँगाने का अनुरोध करते हुए अपने विद्यालय के प्रधानाचार्य को पत्र लिखिए। 
 

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औपचारिक पत्र लिखते समय प्रारूप का विशेष ध्यान रखें। विषय स्पष्ट और संक्षिप्त होना चाहिए। भाषा विनम्र और शिष्ट हो। पत्र के अंत में अपना नाम न लिखकर 'क.ख.ग.' या 'य.र.ल.' लिखना चाहिए।
Updated On: Nov 10, 2025
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Solution and Explanation

सेवा में,
श्रीमान् प्रधानाचार्य जी,
आदर्श इंटर कॉलेज,
लखनऊ।
विषय: पुस्तकालय हेतु हिन्दी की पुस्तकें एवं पत्रिकाएँ मँगाने के सम्बन्ध में।
महोदय,
सविनय निवेदन यह है कि मैं कक्षा १०-अ का छात्र हूँ। मैं आपका ध्यान विद्यालय के पुस्तकालय की ओर आकर्षित करना चाहता हूँ। हमारे पुस्तकालय में विज्ञान, अंग्रेजी और गणित आदि विषयों की तो पर्याप्त पुस्तकें हैं, परन्तु हिन्दी साहित्य की अच्छी पुस्तकों का सर्वथा अभाव है।
पुस्तकालय में मुंशी प्रेमचंद, जयशंकर प्रसाद, महादेवी वर्मा जैसे महान साहित्यकारों की महत्वपूर्ण रचनाएँ उपलब्ध नहीं हैं। इसके अतिरिक्त, छात्रों के ज्ञानवर्धन हेतु 'प्रतियोगिता दर्पण', 'इंडिया टुडे' (हिन्दी) जैसी समसामयिक पत्रिकाएँ और 'बालहंस', 'नंदन' जैसी बाल-पत्रिकाएँ भी नहीं आती हैं। हिन्दी की अच्छी पुस्तकों और पत्रिकाओं के अभाव में हम छात्रों को बहुत कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।
अतः आपसे विनम्र अनुरोध है कि कृपया पुस्तकालय में हिन्दी के प्रसिद्ध लेखकों की पुस्तकें तथा ज्ञानवर्धक पत्र-पत्रिकाएँ शीघ्र मँगाने की कृपा करें, जिससे हम सभी छात्र-छात्राएँ लाभान्वित हो सकें।
आपकी इस कृपा के लिए हम आपके आभारी रहेंगे।
धन्यवाद!
आपका आज्ञाकारी शिष्य,
क.ख.ग.
कक्षा: १०-अ
दिनांक: १७ अक्टूबर २०२५
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