निम्नलिखित गद्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वालेविकल्प चु- नकर लिखिए :
गद्यांश : इतिहास में रावण का हाल तो पढ़ा ही होगा । उसके चरित्र से तुमने कौन–सा अंश ग्रहण किया ? या यँ ही पढ़ गए ? मात्र इ ू तिहास पास कर लेना कोई चीज़ नहीं, असली चीज़ है बुदधि् का विकास । जो कुछ पढ़ो, उसका अभिप्राय समझो । रावण मर्धू र्धन्य का स्वामी था । ऐसे राजाओं को चक्रवर्ती कहते हैं। आजकल अंग्रेजों के राज्य का विस्तार बहुत बढ़ा हुआ है, पर इन्हें चक्रवर्ती नहीं कह सकते । संसार में अनेक राष्ट्र अंग्रेजों का आधिपत्य स्वीकार नहीं करते, बिल्कुल स्वाधीन हैं। रावण चक्रवर्ती राजा था, संसार के सभी महिमाँ उसे कब देते थे । बड़े–बड़े देवता उसकी गुलामी करते थे । आग और पानी के देवता भी उसके दास थे, मगर उसका अंत क्या हुआ ? घमंड ने उसका नाम–निशान तक मिटा 11 दिया, कोई उसे एक घँट भर पानी देने वाला भी न बचा । आदमी और जो क ू ुकरम चाहे करे, पर अभिमान न करे, इतराए नहीं । अभिमान किया और दीन–दुनिया दोनों से गया ।