Question:

“वीर तुम बढ़े चलो, वीर तुम बढ़े चलो। 
सामने पहाड़ हो कि सिंह की गर्जना हो।” 
उपयुक्त पंक्तियों में कौन-सा रस है? 
 

Show Hint

किसी भी काव्यांश में यदि साहस, पराक्रम और युद्ध की भावना प्रकट हो, तो वहाँ वीर रस होता है।
Updated On: Sep 19, 2025
  • रौद्र रस
  • वीर रस
  • शृंगार रस
  • अद्भुत रस
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The Correct Option is B

Solution and Explanation

Step 1: रस की परिभाषा।
रस काव्य का प्राण है। जब स्थायी भाव विभाव, अनुभाव और संचारी भावों से उद्दीप्त होकर काव्य में प्रकट होता है, तब रस का निर्माण होता है।
Step 2: पंक्तियों का विश्लेषण।
“वीर तुम बढ़े चलो, वीर तुम बढ़े चलो।” — यह पंक्तियाँ उत्साह, पराक्रम और साहस को व्यक्त करती हैं।
“सामने पहाड़ हो कि सिंह की गर्जना हो।” — यहाँ कठिनाइयों और बाधाओं के बावजूद साहसपूर्वक आगे बढ़ने की प्रेरणा दी जा रही है।
Step 3: निष्कर्ष।
इस प्रकार इन पंक्तियों में वीर रस की अभिव्यक्ति है।
Final Answer: \[ \boxed{\text{The correct answer is (B) वीर रस.}} \]
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