सोदाहरण स्पष्ट कीजिए कि ‘बनारस’ कविता, बनारस शहर के प्रति कवि के मोह की भी अभिव्यक्ति है।
‘सरोज स्मृति’ कविता में कवि ‘स्वर्गीया प्रिया’ को क्यों और किस रूप में याद कर रहा है ?
‘तोड़ो’ कविता का कवि किन झूठे बंधनों को तोड़ने की बात कर रहा है ? उसने धरती के प्रति कैसे भाव व्यक्त किए हैं ?
‘कविता-लेखन’ के संबंध में कौन-से दो मत मिलते हैं ? आप स्वयं को किस मत का समर्थक मानते हैं और क्यों ?
''तोड़ो'' कविता में विध्वंस की नहीं बल्कि सृजन की प्रेरणा दी गई है – सोदाहरण स्पष्ट कीजिए।
‘एक बूँद’ कविता में प्रयुक्त 'सागर' और 'बूंद' के अर्थ को स्पष्ट करते हुए बूँद के महत्त्व पर टिप्पणी कीजिए।
निम्नलिखित गद्यांश की सप्रसंग व्याख्या कीजिए :
‘‘पुर्ज़े खोलकर फिर ठीक करना उतना कठिन काम नहीं है, लोग सीखते भी हैं, सिखाते भी हैं, अनाड़ी के हाथ में चाहे घड़ी मत दो पर जो घड़ीसाज़ी का इम्तहान पास कर आया है उसे तो देखने दो । साथ ही यह भी समझा दो कि आपको स्वयं घड़ी देखना, साफ़ करना और सुधारना आता है कि नहीं । हमें तो धोखा होता है कि परदादा की घड़ी जेब में डाले फिरते हो, वह बंद हो गई है, तुम्हें न चाबी देना आता है न पुर्ज़े सुधारना तो भी दूसरों को हाथ नहीं लगाने देते इत्यादि ।’’