Question:

संस्कृत-साहित्यस्य अनुसंवेदन के गुण: सज्जानते? 
बौद्ध युगे फच्छिल सिद्धान्त: कस्य होते: प्रमुखता आत्म? 
महामना मालवीय: वाराणसी - नगरे के विश्वविधायाश्य संस्कृतमं कोट? 
दुर्धर्ष: कस्य प्रश्नावत आस्थात चलोलभन्त? 
 

Show Hint

When analyzing literary works, focus on the underlying messages and themes that are conveyed through the text.
Updated On: Nov 7, 2025
Hide Solution
collegedunia
Verified By Collegedunia

Solution and Explanation

(i) संस्कृत-साहित्यस्य अनुसंवेदन के गुण: सज्जानते? 
संस्कृत साहित्य में अनुसंवेदन (literary analysis) की क्षमता बहुत महत्वपूर्ण है। यह साहित्य केवल बौद्धिक विश्लेषण तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह मानसिक, आध्यात्मिक और सामाजिक विचारों को भी उजागर करता है। संस्कृत साहित्य के गुणों में गहरी चिंतनशीलता, तार्किक दृष्टिकोण, और आत्मीयता का सशक्त प्रवाह है, जो समाज में आदर्शों की स्थापना के लिए प्रेरित करता है। सज्जनता (virtue) का गुण संस्कृत साहित्य में प्रमुख रूप से प्रदर्शित होता है, जो समाज में नैतिकता और उच्च आदर्शों को स्थापित करने का कार्य करता है। संस्कृत साहित्य के द्वारा व्यक्ति अपने जीवन के उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए सही मार्ग पर चलता है। 
संस्कृत साहित्य की गहरी विचारशीलता और सृजनात्मकता को समझने के लिए इसके गुणों और आदर्शों को जानना आवश्यक है। 
 

Was this answer helpful?
0
0

Top Questions on गद्यांश पर आधारित प्रश्न

View More Questions