Comprehension

निम्नलिखित गद्यांश पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
धरती माता की कोख में जो अमूल्य निधियाँ भरी हैं, जिनके कारण वह वसुन्धरा कहलाती है उससे कौन परिचित न होना चाहेगा? लाखों-करोड़ों वर्षों से अनेक प्रकार की धातुओं को पृथ्वी के गर्भ में पोषण मिला है। दिन-रात बहने वाली नदियों ने पहाड़ों को पीस पीसकर अगणित प्रकार की मिट्टियों से पृथ्वी की देह को सजाया है। हमारे भावी आर्थिक अभ्युदय के लिए इन सबकी जाँच-पड़ताल अत्यन्त आवश्यक है। पृथ्वी की गोद में जन्म लेने वाले जड़-पत्थर कुशल शिल्पियों से सँवारे जाने पर अत्यन्त सौन्दर्य का प्रतीक बन जाते हैं। नाना भाँति के अनगढ़ नग विन्ध्य की नदियों के प्रवाह में सूर्य की धूप से चिलकते रहते हैं, उनको जब चतुर कारीगर पहलदार कटाव पर लाते हैं तब उनके प्रत्येक घाट से नयी शोभा और सुन्दरता फूट पड़ती है, वे अनमोल हो जाते हैं। देश के नर-नारियों के रूप-मण्डन और सौन्दर्य-प्रसाधन में इन छोटे पत्थरों का भी सदा से कितना भाग रहा है, अतएव हमें उनका ज्ञान होना भी आवश्यक है।

Question: 1

उपर्युक्त गद्यांश के पाठ तथा उसके लेखक का नाम लिखिए।

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किसी भी गद्यांश का अध्ययन करते समय उसके लेखक और पाठ के केंद्रीय विचार को समझना आवश्यक होता है।
Updated On: Nov 14, 2025
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उपर्युक्त गद्यांश 'वसुन्धरा' पाठ से लिया गया है, जिसके लेखक भगवतीचरण वर्मा हैं। यह पाठ धरती माता की संपदाओं और उनके महत्व को दर्शाता है।
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Question: 2

रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिए।

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प्राकृतिक संसाधनों का सही उपयोग और उनका कुशल प्रबंधन ही राष्ट्र के आर्थिक विकास में सहायक होता है।
Updated On: Nov 14, 2025
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रेखांकित अंश का तात्पर्य यह है कि प्रकृति में पाई जाने वाली खनिज संपदाएँ और पत्थर अनगढ़ अवस्था में साधारण लगते हैं, लेकिन जब उन्हें कुशल शिल्पियों द्वारा तराशा जाता है, तो वे अनमोल बन जाते हैं। इनका उपयोग न केवल सौंदर्य प्रसाधनों में किया जाता है, बल्कि ये राष्ट्रीय संपदा के रूप में भी महत्वपूर्ण होते हैं।
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Question: 3

हमारे भावी आर्थिक अभ्युदय के लिए किसकी जाँच-पड़ताल अत्यन्त आवश्यक है?

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खनिज संपदाओं और प्राकृतिक संसाधनों का अध्ययन एवं संरक्षण आर्थिक विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
Updated On: Nov 14, 2025
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हमारे भावी आर्थिक अभ्युदय के लिए धरती की कोख में छिपी अमूल्य निधियों, धातुओं, खनिजों और मिट्टियों की जाँच-पड़ताल अत्यन्त आवश्यक है। इन प्राकृतिक संसाधनों का उचित उपयोग देश की आर्थिक प्रगति में सहायक होता है।
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Question: 4

उपर्युक्त गद्यांश में राष्ट्र निर्माण के किस प्रथम तत्त्व का महत्त्व दर्शाया गया है?

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राष्ट्र निर्माण के लिए प्राकृतिक संसाधनों का उचित उपयोग और उनका सतत विकास अत्यंत आवश्यक होता है।
Updated On: Nov 14, 2025
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इस गद्यांश में राष्ट्र निर्माण के लिए प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण और उनके सही उपयोग के महत्त्व को दर्शाया गया है। खनिज संपदाएँ, मिट्टियाँ, और पत्थर आदि, जब सही तरीके से उपयोग किए जाते हैं, तो वे न केवल सौंदर्य का प्रतीक बनते हैं, बल्कि देश की आर्थिक उन्नति में भी सहायक होते हैं।
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Question: 5

धरती को 'वसुन्धरा' क्यों कहा जाता है?

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'वसुन्धरा' शब्द का अर्थ होता है - वह धरती जो बहुमूल्य धातुओं और खनिजों से समृद्ध है।
Updated On: Nov 14, 2025
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Solution and Explanation

धरती को 'वसुन्धरा' इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसमें अनेक अमूल्य निधियाँ (खनिज, धातुएँ, जल स्रोत, उपजाऊ मिट्टी आदि) भरी हुई हैं, जो संपूर्ण जीवमंडल के जीवन का आधार हैं। इन प्राकृतिक संपदाओं के कारण ही धरती को 'वसुन्धरा' अर्थात् धन-सम्पदा से युक्त कहा जाता है।
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