(i) भूमिका:
पर्यावरण दिवस हर साल 5 जून को मनाया जाता है और यह एक वैश्विक घटना है जिसका उद्देश्य पर्यावरण की रक्षा और प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाना है। यह दिन पर्यावरणीय संकटों, जैसे जलवायु परिवर्तन, वनों की कटाई, प्रदूषण और जैव विविधता की हानि के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए मनाया जाता है। इस दिन दुनिया भर में विभिन्न कार्यक्रम, कार्यशालाएँ, और आंदोलन आयोजित किए जाते हैं, जिनमें लोगों को पर्यावरण की महत्ता समझने और इसके संरक्षण के लिए प्रयास करने के लिए प्रेरित किया जाता है।
(ii) महत्त्व:
पर्यावरण दिवस का महत्त्व बहुत बड़ा है क्योंकि यह हमें अपने पर्यावरण और प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा के लिए कदम उठाने की प्रेरणा देता है। जैसे-जैसे विश्व की जनसंख्या बढ़ रही है, वैसे-वैसे प्राकृतिक संसाधनों का अत्यधिक उपयोग हो रहा है। इस दिन का उद्देश्य लोगों को यह बताना है कि अगर हम पर्यावरण के संरक्षण के लिए आज कोई कदम नहीं उठाते, तो आने वाली पीढ़ियों के लिए पृथ्वी पर जीवन रहना मुश्किल हो सकता है। यह दिवस हमें पर्यावरणीय समस्याओं को पहचानने और उन्हें हल करने की दिशा में कार्य करने के लिए प्रेरित करता है।
(iii) आवश्यकता:
पर्यावरण दिवस की आवश्यकता इस लिए महसूस की जाती है क्योंकि आज हमारा पर्यावरण गंभीर संकटों का सामना कर रहा है। प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन, ग्लोबल वार्मिंग, और प्राकृतिक संसाधनों की अत्यधिक खपत ने पृथ्वी को खतरे में डाल दिया है। ये समस्याएँ हमारे जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित कर रही हैं और अगर इन्हें गंभीरता से नहीं लिया गया, तो यह पृथ्वी के पारिस्थितिकी तंत्र को पूरी तरह से नष्ट कर सकती हैं। पर्यावरण दिवस हमें इन समस्याओं के बारे में सोचने, समझने और एकजुट होकर समाधान खोजने के लिए प्रेरित करता है।
(iv) लाभ:
पर्यावरण दिवस मनाने के कई लाभ हैं:
जागरूकता में वृद्धि:
यह दिवस लोगों में पर्यावरण की समस्याओं के प्रति जागरूकता बढ़ाता है और उन्हें पर्यावरण के प्रति संवेदनशील बनाता है।
समुदाय का एकजुटता:
पर्यावरण दिवस पर आयोजित कार्यक्रमों से समुदायों में एकजुटता आती है और लोग सामूहिक रूप से पर्यावरणीय संकटों का समाधान खोजने के लिए कार्य करते हैं।
नवीन उपायों की खोज:
यह दिवस नए पर्यावरणीय उपायों और तकनीकों की खोज को बढ़ावा देता है, जो प्रदूषण को कम करने और प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण करने में मदद करते हैं।
प्राकृतिक संसाधनों की सुरक्षा:
पर्यावरण दिवस के माध्यम से हम प्राकृतिक संसाधनों के विवेकपूर्ण उपयोग और संरक्षण के बारे में जागरूक होते हैं, जो भविष्य में जल, वायु और भूमि संसाधनों की सुरक्षा में मदद करता है।
(v) निष्कर्ष:
पर्यावरण दिवस का मनाना हमारे जीवन में महत्वपूर्ण है क्योंकि यह हमें प्रकृति और पर्यावरण की रक्षा करने के लिए प्रेरित करता है। यह दिवस केवल एक दिन का आयोजन नहीं है, बल्कि यह हमें यह समझने की आवश्यकता है कि पर्यावरणीय संकट का समाधान हर दिन की मेहनत और एकजुट प्रयास से ही संभव है। हमें अपनी जीवनशैली में बदलाव लाकर और प्राकृतिक संसाधनों का उचित उपयोग करके पर्यावरण को बचाने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे। इसके लिए सरकारी नीतियों के साथ-साथ हर व्यक्ति की जिम्मेदारी बनती है कि वह पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाए। तभी हम अपने आने वाली पीढ़ियों को एक स्वस्थ और सुरक्षित पर्यावरण दे सकते हैं।