Question:

लेखक का जीवन-परिचय देते हुए उनकी रचनाओं का उल्लेख कीजिए: (अधिकतम शब्द-सीमा 80 शब्द)डॉ० हजारीप्रसाद द्विवेदी 
 

Show Hint

डॉ० हजारीप्रसाद द्विवेदी की आलोचनाएँ साहित्यिक दृष्टि से गहरी और प्रभावशाली होती हैं। उनके आलोचनात्मक दृष्टिकोण ने हिंदी साहित्य को एक नया दृष्टिकोण दिया।
Updated On: Nov 15, 2025
Hide Solution
collegedunia
Verified By Collegedunia

Solution and Explanation

डॉ० हजारीप्रसाद द्विवेदी का जन्म 1907 में उत्तर प्रदेश के काशी में हुआ था। वे हिंदी साहित्य के एक महान आलोचक, विचारक और इतिहासकार थे। हिंदी साहित्य को उन्होंने आलोचना, निबंध और साहित्यिक काव्यशास्त्र के माध्यम से समृद्ध किया। उनकी विचारधारा में भारतीय संस्कृति और साहित्य के महत्व को विशेष रूप से स्थान दिया गया।
उनकी प्रमुख रचनाएँ 'हिंदी साहित्य का इतिहास', 'काव्यशास्त्र की समस्या', 'निराला: एक समीक्षा', 'द्विवेदी युग की काव्यधारा', 'रचनाशीलता की प्रक्रिया' आदि हैं। इन रचनाओं में उन्होंने हिंदी साहित्य की काव्यधारा, आलोचना और साहित्यिक परंपराओं को परिभाषित किया। वे न केवल साहित्यिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण थे, बल्कि उनके विचार आज भी हिंदी साहित्य के छात्रों और शोधकर्ताओं के लिए मार्गदर्शक हैं।
Was this answer helpful?
0
0

Top Questions on हिंदी साहित्य

View More Questions