Question:

'कवीर वाणी के डिक्टेटर हैं' - कथन है: 
 

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नन्द दुलारे वाजपेयी ने कविता को जीवन के सत्य को व्यक्त करने का एक सशक्त माध्यम माना, जिसमें कवि अपनी वाणी के माध्यम से समाज का मार्गदर्शन करता है।
Updated On: Nov 15, 2025
  • जयशंकर प्रसाद का
  • रामचन्द्र शुक्ल का
  • नन्द दुलारे वाजपेयी का
  • आचार्य हजारीप्रसाद द्विवेदी का
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The Correct Option is C

Solution and Explanation

'कवीर वाणी के डिक्टेटर हैं' यह कथन नन्द दुलारे वाजपेयी का है। वाजपेयी ने कविता की शक्ति और कवि की वाणी की भूमिका को समाज और संस्कृति में महत्वपूर्ण बताया है।
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