Question:

'कर्तृवाच्य' में प्रधानता होती है 
 

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वाच्य को पहचानने के लिए, क्रिया का लिंग और वचन बदलकर देखें। यदि क्रिया कर्ता के अनुसार बदलती है, तो कर्तृवाच्य है। यदि कर्म के अनुसार बदलती है, तो कर्मवाच्य है।
Updated On: Nov 11, 2025
  • कर्ता की
  • कर्म की
  • भाव की
  • इनमें से कोई नहीं
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The Correct Option is A

Solution and Explanation

Step 1: Understanding the Question
प्रश्न में पूछा गया है कि कर्तृवाच्य (Active Voice) में किसकी प्रधानता होती है।
Step 2: Key Concept
वाच्य क्रिया का वह रूप है जिससे यह पता चलता है कि वाक्य में क्रिया का मुख्य विषय कर्ता, कर्म या भाव में से कौन है। वाच्य के तीन भेद हैं:
कर्तृवाच्य: जिसमें कर्ता की प्रधानता होती है और क्रिया का लिंग-वचन कर्ता के अनुसार होता है।
कर्मवाच्य: जिसमें कर्म की प्रधानता होती है।
भाववाच्य: जिसमें भाव की प्रधानता होती है।
Step 3: Detailed Explanation
'कर्तृवाच्य' के नाम से ही स्पष्ट है 'कर्तृ' अर्थात् 'कर्ता'। इस वाच्य में वाक्य का केंद्रबिंदु कर्ता होता है और क्रिया का रूप कर्ता के लिंग और वचन के अनुसार ही परिवर्तित होता है।
उदाहरण: राम जाता है। सीता जाती है। लड़के जाते हैं।
Step 4: Final Answer
अतः, 'कर्तृवाच्य' में कर्ता की प्रधानता होती है। सही उत्तर (A) है।
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